भुसावल में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !
पथ तथा प्लेटफॉर्म पर नमाज पढनेवालोंपर न्यायालय पाबंदी क्यों नहीं डालती ? – अधिवक्ता श्री. मनीष वर्मा
भुसावल-जळगांव : २१ अगस्त को प्रातः ११ बजे भुसावल तहसील कार्यालय के सामने राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन का आयोजन किया गया था।
उस समय अधिवक्ता श्री. मनीष वर्मा अपने मनोगत व्यक्त कर रहे थे। अपने वक्तव्य में उन्होंने ये उद्गार व्यक्त किए कि ‘हिन्दू बहुल भारत में हिन्दुओंके उत्सव किस प्रकार मनाएं, यह न्यायालयद्वारा बताया जाता है। हिन्दुओंके लिए पृथक न्याय तथा मुसलमानोंके लिए पृथक, ऐसा क्यों है ? मुसलमान परिवहन का मार्ग रोककर नमाज पढते हैं, रेलवे प्लेटफॉर्म पर नमाज पढते हैं। इस से नागरिकोंको भीषण असुविधा होती है। इस पर न्यायालयद्वारा पाबंदी क्यों नहीं डाली जाती ? यदि कल हिन्दुओंने पथ पर आरती आरंभ की, तो क्या शासन स्वीकृति देगा ?’
आंदोलनके लिए अधिवक्ता श्री. मनीष वर्मा, अधिवक्ता श्री. लोखंडे तथा अधिवक्ता श्री. मेढे, श्री. उमेश जोशी, सनातन संस्था के श्री. यशवंत पाटिल, श्री. शशिकांत सुरवाडकर, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. हीरामण वाघ, श्री. अनिल पाटिल के साथ २५ से अधिक हिन्दू धर्माभिमानी उपस्थित थे।
अधिवक्ता श्री. लोखंडे ने बताया कि याकूब मेमन का समर्थन करनेवालोंको देशद्रोही घोषित कर उन पर कडी कार्यवाई करनी चाहिए। ऐसा करने से भविष्य में आतंकवादियोंका समर्थन करने का दु:स्साहस कोई नहीं करेगा।
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शशि सुरवाडकरद्वारा यह मांग की गई कि भारत में आतंकवादियोंको भेजनेवाले पाकिस्तान के साथ सभी संबंध तोड देने चाहिए तथा देहली में होनेवाला ‘शान-ए-पाकिस्तान’ कार्यक्रम रद्द करें।
आंदोलन के पश्चात भुसावल के तहसीलदारको पृथक मांगोंका निवेदन प्रस्तुत किया गया।
क्षणिकाएं
१. अधिवक्ता श्री. मनीष वर्मा अपने साथ अन्य ५ अधिवक्ताओंको लेकर आए थे।
२. मार्ग से आनेजानेवाले धर्मांध यह विषय सुन रहे थे। (धर्मांधोकी सतर्कता ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात