जयपुर – संथारा को आत्महत्या के बराबर घोषित करने के हाईकोर्ट के फैसले के विरोध में सोमवार को सकल जैन समाज ने प्रदेश में ४०० से ज्यादा रैिलयां और मौन जुलूस निकाला। इसके अतिरिक्त १२ राज्यों और ३ अन्य देशों में भी इसी प्रकार विरोध जताया गया।
- समाज से जुड़े व्यवसायियों ने दुकान-प्रतिष्ठान बंद रखे। सरकारी कर्मचारी छुट्टी पर रहे।
- जुलूस में श्वेतांबर और दिगंबर दोनों पंथों ने हिस्सा लिया। बाएं हाथ पर काली पट्टी बांधकर कोर्ट के फैसले का विरोध किया।
- तरुण सागर महाराज ने सोमवार को फरीदाबाद में २४ घंटे का संथारा लिया।
सवा दो घंटे तक सड़कों पर जुलूस
जयपुर में रामलीला मैदान से सुबह १०.१५ बजे से मौन जुलूस शुरू हुआ जो जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, एमआई रोड होते हुए सी-स्कीम स्थित महावीर स्कूल पहुंचा। दोपहर १२.३० बजे तक जुलूस।
- ३ किमी लंबा मौन जुलूस निकला
- १ लाख लोगों ने लिया हिस्सा
इन राज्यों में प्रदर्शन
राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, मप्र, प. बंगाल, कर्नाटक, असम, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रदर्शन।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में भी रैलियां निकलीं। देश-दुनिया में 75 लाख जैन श्रद्धालुओं ने मौन जुलूस में हिस्सा लिया।
कोर्ट धर्म की परिभाषा न सिखाए : मुनि
संथारा पर रोक तुगलकी फरमान है। जैन अल्पसंख्यक है। हमारी मान्यताओं पर कुठाराघात देश के संविधान का अपमान है। न्यायालय हमें धर्म की परिभाषा न सिखाए, बेहतर होगा कि वह लंबित पड़े अन्य मामले शीघ्र निपटाए। – तरुण सागर, जैन मुनि
स्त्रोत : दैनिक भास्कर