मुंबई : सनातन प्रभात के प्रतिनिधिद्वारा ‘शान-ए-पाकिस्तान’ प्रदर्शनी के विषय में श्री. संजय राऊत से पूछे जानेपर उन्होंने कहा कि शिवसेना पूर्व से ही पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार के संबंध रखने का विरोध करती आ रही है, चाहे वे सामाजिक, राजनीतिक, व्यापारी, सांस्कृतिक अथवा खेलों से संबंधित हों।
एक ओर पाकिस्तान ने हमारे यहां आकर घातपात, रक्तपात कर हमारे सैनिकोंके सिर काटे। अभी मेरे बात करते समय भी कश्मीर में अतिरेकी घुसे हैं एवं वहां संघर्ष चल रहा है। ऐसी परिस्थिति में हमें उनसे अकारण विचार-विमर्श किसलिए करना है तथा इस से क्या निष्पन्न होगा ?
कुछ लोगोंको यह आदत है इस लिए वे ऐसा करते हैं और करते ही रहेंगे। पाकिस्तान से संबंध की जो आदत है उसे कहीं तो न्यून होना ही चाहिए। देश में निर्दोष लोगोंकी हत्या हो रही है, इस लिए शिवसेना इस का स्थायी रूप से विरोध करती है।
शासनद्वारा सक्रिय भूमिका अपनाई जानी चाहिए। सत्ता में आने से पूर्व पाकिस्तान को पाठ पढाने की बात करनेवाले आज सत्ता में आने पर पाकिस्तान को पाठ पढाने के स्थान पर यदि पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढा रहे हैं, तो देश की जनता इसे क्या समझे ?
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राष्ट्र-प्रेमियों,
ऑनलार्इन स्वाक्षरी अभियान में सहभागी होकर –
– नर्इ देहली में आयोजित पाकिस्तानी एक्स्पो ‘शान-ए-पाकिस्तान’ की अनुमति निरस्त करनेकी मांग करें !
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात