लाखो हिन्दुआेंका नरसंहार करके भारत को लूटने वाले मुघलोंपर मार्ग का नामकरण करना सही या गलत ? – हिन्दूजागृति
नई देहली : मुस्लिम संगठनों ने नई देहली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने के फैसले का विरोध करते हुए सोमवार को कहा कि इस से इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर के शहरों-सड़कोंके नाम बदलने का चलन चल सकता है।
वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य सैयद कासिम रसूल इलियास ने कहा, ‘यह सोचा-समझा प्रयास है। यह यहीं नहीं रुकने वाला है। अब्दुल कलाम जी के नाम से सड़क का नाम बदलने के तत्काल बाद शिवसेना ने कहा कि वह महाराष्ट्र में औरंगाबाद जिले का नाम बदलेगी जहां मुगल शासक की कब्र है।’
उन्होंने कहा, ‘उनके पास शहरों-सड़कोंकी लंबी सूची है जो ऐतिहासिक हस्तियों या मुस्लिम शासकोंके नाम पर हैं। वे इन को बदलना चाहते हैं।’
कई मुस्लिम संगठनोंके समूह ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के महासचिव इलियास ने कहा कि, ‘मुगल शासक औरंगजेब हिंदू विरोधी नहीं थे, बल्कि वह एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे।’ (संपूर्ण भारत को हिन्दुआेंपर अत्याचार करनेवाले आैरंगजेब का क्रूर इतिहास ज्ञात है, इलियासजी को इतिहास ठीक से पढना चाहिए – हिन्दूजागृति)
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स