गुंटूर (कर्नाटक) – कर्नाटक राज्य में भारी मात्रा में चलनेवाली गोहत्याएं तथा पशुवधगृहों को बंद कर हिन्दू संस्कृति को संजोए रखना समय की आवश्यकता है । इस कार्य के लिए श्रीराम सेना के संस्थापक श्री. प्रमोद मुतालिक ने युवकों को आगे आने का आवाहन किया । वे गुंटूर (ता. हुक्केरी) मेें आयोजित गो-मेले में बोल रहे थे । इस अवसर पर मुक्ति मठ के श्री. शिवसिद्ध सोमेश्वर स्वामीजी, शिवानंद हुल्लोली मठ के श्री. कैवल्यानंद स्वामीजी, शिवराज नाईक, बसवराज बुट्टीहाल, राजू जाधव, संकेश्वर पालिका की उपनगराध्यक्षा सविता सावंत, श्रीराम सेना के श्री. रमाकांत कोंडुस्कर तथा समीर पाटिल के साथ भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
इस अवसर पर श्री. मुतालिक ने कहा …
१. गाय अपनी आराध्य देवी है तथा भारतीय संस्कृति में उसका अत्यंत महत्त्व है । देश के सात राज्यों में गोहत्याएं एवं पशुवधगृह बंद हैं; परंतु कर्नाटक राज्य में निस्संकोच रूप से पशुवधगृह चल रहे हैं । बेलगांव जिले के गुंटूर में पशुवधगृह चालूू है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है । इसलिए कर्नाटक शासन द्वारा गंभीरतापूर्वक ध्यान देकर इस पर प्रतिबंध लगाया जाए, साथ ही पशुवधगृह भी बंद करें ।
२. अधिकांश हिन्दूवाले देश में हिन्दुओं को कार्यक्रम आयोजित करने हेतु अनुमति लेनी पडती है; परंतु यही कानून मुट्ठीभर लोगों के लिए कभी नहीं लगाया जाता । इससे स्पष्ट है कि शासन की हिन्दूविरोधी नीति हिन्दू संस्कृति को ही समाप्त कर रही है । यह अब सहन करने के पार है । इसलिए युवकों को एकत्रित आकर हिन्दू शक्ति को बढाना चाहिए ।
३. देश की सुरक्षा करनेवाले सैनिक एवं पुलिस के हाथ में जंग खाई एवं पुरानी शस्त्रसामुग्री दी जा रही है, जिस से सीमा पर सैनिक अकारण ही बलि चढ रहे हैं । अतः सुरक्षा विभाग को चाहिए कि अपने सैनिक एवं पुलिस को अत्याधुनिक शस्त्रसामुग्री देना अत्यावश्यक है, इसका ध्यान रखे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात