हिन्दू युवकोंको शक्ति को साधना से जुडकर आत्मबल जागृत करने की आवश्यकता है !
नंदुरबार (महाराष्ट्र) : नंदुरबार के हिन्दू संगठन मेले में यह आवाहन किया गया कि, शक्ति को साधना से जोडकर आत्मबल जागृत नहीं किया गया तो हिन्दू धर्म पर तथा हिन्दुओंपर आनेवाली आपत्ति प्रतिबंधित करना असंभव है।
अतः सर्व हिन्दू युवकोंको शक्ति प्राप्त करने हेतु साधना करने की आवश्यकता है।
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा रविवार दिनांक ३० अगस्त को मंगल भुवन, नंदुरबार में सायंकाल ५ बजे आयोजित किए गए हिन्दू संगठन मेले के लिए पृथक हिन्दूत्वनिष्ठ संगठन, संप्रदाय, सामूहिक मंडल तथा धर्माभिमानी हिन्दू बांधवोंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद प्राप्त हुआ। हिन्दुओंका प्रभावी संगठन हो, साथ ही हिन्दू संगठन कार्य के संदर्भ की दिशा स्पष्ट कर वैध मार्ग से किए जानेवाले प्रयासोंकी जानकारी प्रदान करने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा इस संगठन मेले का आयोजन किया गया था।
इस मेले मे उपस्थित सभी धर्माभिमानियोंद्वारा यह निश्चय किया गया कि, ईश्वरी अधिष्ठानवाले हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने का प्रयास करेंगे।
इस मेले में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना तथा तत्संबंधी की दिशा इस विषय पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विजय पाटिल ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने यह बताया कि, ‘आज भारत को, साथ ही हिन्दू धर्म तथा हिन्दुओंको पृथक माध्यमोंद्वारा आपत्ति का सामना करना पडता है। हिन्दुओंके संत तथा नेता धर्मांधोंकी हीट लिस्ट पर हैं। अपितु हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु गुरु का आशीर्वाद महत्त्वपूर्ण रहता है।
नंदुरबार के हिन्दू जनजागृति समिति के डॉ. नरेंद्र पाटील ने अध्यात्म विश्वविद्यालय की जानकारी प्रदान की। डॉ. नरेंद्र पाटील ने आवाहन किया कि, इस विद्यालय की स्थापना का कार्य आरंभ है। जिज्ञासू व्यक्ति अधिक जानकारी के लिए यहां संपर्क करें। साथ ही श्री. आकाश गावित ने धर्मशिक्षा तथा राष्ट्रजागृति हेतु आरंभ किए गए इंटरनेट के समाचार प्रणाल हिन्दू समाचार तथा अपना योगदान इस विषय की जानकारी प्रदान की। कु. प्रतिक्षा कोरगावकर ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के संदर्भ में जानकारी दी।
इस मेले के लिए २०० से अधिक धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे। मेले का सूत्रसंचलन तथा आभार प्रदर्शनी प्रा. डॉ. सतीश बागुलद्वारा किया गया।
क्षणिकाएं
१. मेला आरंभ होने से पूर्व तथा मेले के समय भी साधारण वेश परिधान किए पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
२. योग वेदांत समिति के श्री. वासुभाई प्रकाशा २५ किमी. दूरी से आए थे तथा मेला समाप्त होने तक उपस्थित रहें।
३. मेला समाप्त होने के पश्चात उन्होंने अपना मत व्यक्त करते समय बताया कि, योग वेदांत समिति के लिए भी ऐसी धर्मशिक्षा प्रारंभ करें।
४. मेला समाप्त होने के पश्चात दो स्थानोंसे धर्मशिक्षा वर्ग की मांग आई।
५. नंदुरबार तहसील के श्री. केशव पवार ने बताया कि, अध्यात्म विश्वविद्यालय की जानकारी सुनकर मुझे भी मेरे दो बालक इस शिक्षा हेतु प्रविष्ट करने हैं। साथ ही यह भी बताया कि, हमारे गांव में भी धर्मशिक्षा वर्ग प्रारंभ करें।
६. मेळावा समाप्त होने तक एक भी धर्म प्रेमी ऊठकर बाहर नहीं गया तथा जेष्ठ नागरिक भी अंत तक बैठे रहें।
७. इस मेले का आयोजन तथा नियोजन धर्मप्रेमी युवक तथा समिति के कार्यकर्ताओंने किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात