ब्रसेल्स – सीरिया में जारी गृह युद्ध के चलते दुनिया को अब तक सबसे बड़े शरणार्थी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, जान बचाकर भाग रहे सीरियाई नागरिकों को अपने यहां शरण देने के मुद्दे पर यूरोपीय देश दो फाड हो गए हैं। जर्मनी जहां शरणार्थियों को बसाने की अपील कर रहा है, वहीं हंगरी से चौंकाने वाला बयान आया है।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने चेतावनी दी है कि यूरोप में बड़ी संख्या में मुसलमान शरणार्थियों के आने से यूरोप के ईसाई चरित्र को खतरा है।
हंगरी के प्रधानमंत्री ने जर्मनी के एक अखबार में लिखा है कि, अगर संख्या में और वृद्धि होगी तो वो प्रवासियों को स्वीकार नहीं कर सकते। उनमें से अधिकांश मुसलमान हैं।
उन्होंने लिखा, हमें यह बिल्कुल नहीं भूलना चाहिए कि जो लोग यहां आ रहे हैं वे एक अलग धर्म के प्रभाव में पले-बढ़े हैं और एक अलग संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मालूम हो, शरणर्थियों के संकट के समाधान के लिए यूरोपीय संघ के गृह मंत्रियों की बैठक १४ सितंबर को ब्रसेल्स में होना है।
स्त्रोत : नई दुनिया