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सिंहस्थपर्व के उपलक्ष्य में सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित की गई भव्य प्रदर्शनी को १६ सहस्त्र से अधिक लोगोंकी भेट

‘सिंहस्थ पर्व – नासिक !’

  • भ्रमण करनेवालों में पूरे देश के संत तथा मान्यवर समाविष्ट

  • ३० सितम्बर तक प्रदर्शनी खुली रहेगी

नाशिक (महाराष्ट्र) : हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक श्री. सुनील घनवटद्वारा प्रकाशित किए गए पत्रक में यह प्रस्तुत किया गया है कि, ‘सिंहस्थपर्व के उपलक्ष्य में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित राष्ट्ररक्षा एवं धर्मशिक्षा की इस भव्य प्रदर्शनी को १० अगस्त से २ सितम्बर २०१५ की इस कालावधी में १५ सहस्त्र से अधिक नागरिकोंने भ्रमण किया। भ्रमण करनेवालों में पूरे देश के संत, साथ ही राज्य के मान्यवर, प्रतिष्ठित समाविष्ट हैं।

यह प्रदर्शनी ३० सितम्बर २०१५ तक खुली रहेगी।

इस भव्य प्रदर्शनी का अनावरण १० अगस्त को संत-महंतोंके हाथों किया गया था। सिंहस्थपर्व के उपलक्ष्य में नाशिक में आनेवाले श्रद्धालु, साथ ही स्थानीय नागरिक यह प्रदर्शनी देखने के लिए भीड कर रहे हैं।’

उन्होंने आगे यह भी प्रस्तुत किया है कि, ‘इस प्रदर्शनी के लिए अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत ग्यानदास महाराज ने भी भ्रमण किया। उस समय उन्होंने इस प्रदर्शनी के संदर्भ में, साथ ही सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के संदर्भ में प्रशंसनीय वक्तव्य किया। श्री महंत ग्यानदासजी महाराज के शुभहाथों हिन्दू जनजागृति समिति पुरस्कृत ‘कुंभमेलों की वर्तमान दु:स्थिती’ इस हिन्दी भाषा के ग्रंथ का प्रकाशन किया गया।

नाशिक के श्री छत्रपति शिवाजी माध्यमिक विद्यालय, धनलक्ष्मी बाल विद्या मंदिर तथा काकासाहेब देशमुख विद्यालय, इन ३ विद्यालयोंके कुल मिलाकर १ सहस्त्र १३८ छात्रोंने इस प्रदर्शनी का लाभ ऊठाया।

कुछ जिज्ञासुओंने यह प्रशंसनीय वक्तव्य किया कि, ‘यह प्रदर्शनी देखकर सार्थक हुआ।’ तो अनेक साधुओंने यह इच्छा व्यक्त की कि, ‘इस प्रदर्शनी के लिए साधुग्राम में क्षेत्र उपलब्ध होना चाहिए था।’ कुछ मान्यवरोंने बताया कि, ‘यह प्रदर्शनी केवल नाशिक में ही नहीं, तो देश में स्थान-स्थान पर आयोजित करनी चाहिए।’ साथ ही अनेक अखाडोंके महंतोंने उनके अखाडों में प्रदर्शनी का आयोजन करने के लिए बताया।

प्रदर्शनी कक्ष में सनातन के ग्रंथ दिखाई दे रहे हैं

प्रदर्शनी को भ्रमण करनेवाले संत-महतों में से कुछ गिनेचुने हुए नाम

श्रीमद् जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज (हरिद्वार), श्री महंत सागरानंद सरस्वतीजी महाराज, अध्यक्ष, श्री तपोनिधी पंचायती आनंद अखाडा, महामंडलेश्वर इंद्रदेवगिरीजी महाराज, महामंडलेश्वर श्री भैय्यादासजी महाराज (उत्तरप्रदेश), श्री राम बालकदासजी महात्यागी महाराज (छत्तीसगड), श्री महंत १०८ देवरामदासजी वेदांती महाराज (अयोध्या), ११८ वर्ष के श्री शिवानंद बाबा, अखिल भारतीय वारकरी संप्रदाय के भागवताचार्य संतोषानंदजी महाराज (वृंदावन), डॉ. अमृत महाराज जोशी (बीड), महामंडलेश्वर ईश्वरदास महाराज चर्हाटे (श्रीक्षेत्र आळंदी), साध्वी सरस्वतीदेवीजी, साध्वी राधादेवीजी

प्रदर्शनी को भ्रमण करनेवाले मान्यवरों में से कुछ गिनेचुने नाम

श्री. गिरीशजी महाजन, जलसंपदा मंत्री महाराष्ट्र राज्य तथा पालकमंत्री, नाशिक; श्रीमती पंकजा मुंडे-पालवे, ग्रामविकास मंत्री, महाराष्ट्र; श्री. अशोकजी मुर्तडक, महापौर, नाशिक; श्रीमती स्नेहल आंबेकर, महापौर, मुंबई; श्री. हेमंत गोडसे, संसद सदस्य, शिवसेना; श्री. बाळासाहेब सानप, विधायक, भाजप; श्रीमती देवयानी फरांदे, विधायक, भाजप; श्री. प्रवीण गेडाम, आयुक्त, नाशिक महानगरपालिका

प्रदर्शनी को भ्रमण करनेवालें प्रतिष्ठितों में से कुछ गिनेचुने नामं

श्री. नेमीचंदभाई पोतदार, अध्यक्ष, निर्माण ग्रुप तथा अध्यक्ष, नाशिक सेवा समिती ट्रस्ट, श्री. एन्.एस्. पाटिल, गजानन डेवलपर्स के स्वामी, श्री. महेश पाटिल, संचालक, नंदिनी गोशाळा

इस प्रकार है प्रदर्शनी का स्वरूप !

* धार्मिक कृती, देवताओं की उपासना, बालसंस्कार, आयुर्वेद इत्यादि विषयों के ग्रंथ !

* पवित्र गोदावरी का महत्त्व कथन करनेवाले फलक, साथ ही गोदावरी नदी का प्रदूषण रोकने के संदर्भ में प्रबोधन करनेवाले फलक !

* इन का महत्त्व, साथ ही विशेषता कथन करनेवाले फलक !

* रक्षा, गोरक्षा, गंगारक्षा, धर्मपरिवर्तन, साथ ही लव जिहाद के संदर्भ में जागृति करनेवाले !

* कर्पूर, इत्र, उदबत्ती इत्यादि निरंतर पूजोपयोगी, साथ ही अन्य सात्त्विक उत्पादनं !

* मार्गदर्शन कक्ष !

* मिट्टी से बनाई गई सात्त्विक गणेशमूर्ति का कक्ष

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प्रदर्शनी की विस्तृत जानकारी 
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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