अब यह इस्लामिक संगठन इस्लाम के नाम पर पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे आतंकवाद के विरोध में भी फतवा निकाले, देश में घुसे बांगलादेशी घुसपैठियों को निकालने के लिए भी फतवा निकाले और कश्मीर में अल्पसंख्यक हिंदूंआें को पुनः राज्य में स्थापित करने के लिए भी फतवा निकाले यही राष्ट्रप्रेमीयों की अपेक्षा है – हिन्दूजागृति
नई दिल्ली – भारत के मुसलमानों ने पहली बार सार्वजनिक रूप से इस्लामिक स्टेट के विरुद्ध आवाज उठाई है । देश के १०७० उलेमा एवं मुफ्तियों ने फतवा निकालकर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट को गैर-इस्लामी और अमानवीय कहा है । इस फतवे पर शाही इमाम बुखारी, अजमेर शरीफ सहित १०७० इस्लामी संस्थाओं ने अपने हस्ताक्षर किए हैं । फतवे की प्रतियां (कॉपी) प्रधानमंत्री मोदी और संयुक्त राष्ट्र समेत विश्व के ५० से अधिक देशों को भेजी गई हैं ।
फतवे में मुंबई की इस्लामी संस्था के मंजर हसन खान अशरफी मिस्बाही ने कहा कि, इस्लामिक स्टेट द्वारा जो गतिविधियां चलाई जा रही हैं उसका न तो इस्लाम से कोई संबंध है और न ही उनका समर्थन किया जा सकता है ।
मुसलमान नेता अब्दुर्रहमान अंजारिया ने कहा कि, संसार में भारत एकमात्र ऐसा देश हैं जहां के मुसलमानों ने इतनी बड़ी संख्या में इस्लाम के नाम पर विनाश करनेवाले आतंकवादियों के विरुद्ध आवाज उठाई है । हम भारतीय हैं और किसी भी स्थिती में न तो अत्याचार का समर्थन करते हैं और न ही अत्याचारियों का ।
स्त्रोत : आय बी एन खबर