सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सिंहस्थपर्व, नासिक में राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के विषय में प्रदर्शनी
ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळद्वारा सनातन के साधकोंकी प्रशंसा !
नाशिक (महाराष्ट्र) : ७ सितंबर को महाराष्ट्र राज्य वारकरी महामंडल के अध्यक्ष ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळ एवं वारकरी प्रबोधन महासमिति के अध्यक्ष ह.भ.प. रामेश्वरशास्त्री महाराजद्वारा यहां के काळाराम मंदिर के समीप सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा लगाई गई ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादोंकी प्रदर्शनी का सदिच्छा भ्रमण किया गया।
इस अवसरपर उन्होंने बडे उत्साह के साथ प्रदर्शनी की जानकारी ली।
हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने महाराष्ट्र राज्य वारकरी महामंडल के अध्यक्ष ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळ एवं ह.भ.प. रामेश्वरशास्त्री महाराज का सम्मान किया।
इस अवसरपर ह.भ.प. रामेश्वरशास्त्री महाराज ने कहा कि, ‘विश्व में धर्म के बिना कोई बात नहीं हो सकती; परंतु राजनीतिज्ञोंको प्रतीत होता है कि उनके ही कारण पूरे समाज का कार्य चलता है, यह उनका भ्रम है।’
ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळ ने कहा कि, पूर्व का कांग्रेस शासन बदल कर भाजपा का शासन आने पर सबकुछ व्यवस्थित होगा, लोगों को ऐसा प्रतीत होता था। लेकिन, प्रत्यक्ष में समाज में देश, धर्म एवं संस्कृति की दृष्टि से कार्य किया गया, तो ही हिन्दुओंकी समस्याओंपर हल निकलेगा। नेपाल में ‘हिन्दू राष्ट्र’ के स्थानपर धर्मनिरपेक्षता की ओर गतिविधियां आरंभ हो गई है।
इस अवसरपर पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने कहा कि, गोहत्या के विषय में शासन अब भी गंभीरता से नहीं ध्यान देता। अनेक वाहनोंसे पशुवधगृहोंकी ओर गाेमाताआें की यातायात चल रही है। तब भी पुलिस जानबूझकर उसे दुर्लक्षित करते हैं। शासन को इस बात की जानकारी क्यों नहीं प्राप्त होती ? हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा ३० सहस्र गायोंको नियंत्रण में लेने पर पुलिसद्वारा हिन्दुत्वनिष्ठोंपर अपराध प्रविष्ट किए गए। दुर्भाग्य की बात यह कि गुजराथ राज्य में अधिक मात्रा में गोहत्याएं होती हैं। तब भी इसपर शासन कोई कार्यवाही नहीं करता।
५० वर्ष की कालावधि में मुसलमान एवं ईसाईयोंपर आक्रमण होने के पश्चात उनकी संख्या न्यून हुई; परंतु भारत पर अनेक आघात होते हुए भी ८० प्रतिशत हिन्दू कैसे शेष रहे, इस का शोधन चालू हो गया है। संतोंद्वारा धर्म संजो कर रखा गया है, इस लिए हिन्दू शेष रहे इस बात पर समाज ध्यान नहीं देता।
ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळद्वारा सनातन के साधकोंकी प्रशंसा !
सनातन के साधकों में लगन यह गुण प्रबलता में है ! – ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळ
सनातन के साधक तन, मन एवं धन से अत्यंत लगन के साथ सेवा करते हैं। सनातन के साधकों में प्रेम की आत्मियता है। समय आने पर हम क्रोधित होते हैं; परंतु हमने सनातन के साधकोंको कभी क्रोधित होते नहीं देखा। सनातन के साधक शरीर को समर्पित कर निष्ठा एवं प्रेम के साथ सेवा करते हैं।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात