मक्का: सऊदी अरब के मक्का में शुक्रवार को मुख्य मस्जिद अल हरम में क्रेन गिर गई। इसकी चपेट में आने से 107 लोगों की मौत हो गई। सऊदी अरब सिविल डिफेंस अथॉरिटी ने बताया कि हादसे में 238 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घटना में दो भारतीयों की भी मौत हो गई है और 15 घायल हुए हैं। हज शुरू होने से दो हफ्ते पहले यह हादसा हुआ। इस साल हज 21 से 26 सितंबर के बीच होना है।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, तेज आंधी की वजह से क्रेन गिरी। इससे मस्जिद की छत का एक हिस्सा ढह गया। इसलिए ज्यादा लोग मारे गए। मृतकों की पहचान का खुलासा अभी नहीं हुआ है। हादसे के थोड़ी देर बाद ही सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो और तस्वीरें आनी शुरू हो गईं। कुछ तस्वीरों में क्रेन पर बिजली गिरती भी दिखाई दी। हालांकि, सऊदी अधिकारियों ने हादसे की स्पष्ट वजह नहीं बताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा-जेद्दा स्थित भारतीय काउंसलेट हालात पर नजर रख रहा है। अस्पतालों में भारतीय डॉक्टर भी घायलों की जानकारी जुटा रहे हैं।
स्थानीय सिविल डिफेंस अथॉरिटी के डायरेक्टर जनरल सुलेमान अल-अम्र ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया, “सभी घायलों और मृतकों को हॉस्पिटल ले जाया गया है। इस वक्त घटनास्थल पर कोई भी हताहत नहीं है। तेज आंधी और बारिश से उस इलाके में कई पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है।”
मस्जिद को बड़ा करने का चल रहा है काम
मक्का मस्जिद मुस्लिम समुदाय के लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है। दुनियाभर के लाखों लोग हर साल यहां हज यात्रा पर आते हैं। मक्का में 2011 से मस्जिद को बड़ा करने का काम चल रहा है। इसके लिए कई क्रेन लगाई गई हैं। शुक्रवार को आई तेज आंधी के कारण इनमें से एक भारी-भरकम क्रेन गिर पड़ी। इससे, जुमे की नमाज के लिए आए कई लोग चपेट में आ गए। अब तक भारत के 52 हजार लोग मक्का पहुंच चुके हैं। दुनियाभर से 8 लाख हज यात्री पहुंचे हुए हैं। शनिवार को मुंबई से मक्का जाने वाली फ्लाइट कैंसल नहीं होगी। इस साल यहां भारत से 1.36 लाख यात्री हिस्सा लेंगे।
स्त्रोत : भास्कर