जलगांव में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
जलगांव (महाराष्ट्र) : भारत आज ‘धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र’ के रूप में माना जाता है। अतः बहुसंख्य होते हुए भी हिन्दुओंको उनके अधिकार नहीं मिलते, जब कि अल्पसंख्यकोंकी चापलूसी भारी मात्रा में की जाती है।
यही बात नेपाल के विषय में होने में विलंब नहीं लगेगा। इस लिए अधिकतम हिन्दुओंके देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने हेतु भाजपा शासन निश्चित नीति अपनाए, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. अविनाश चौहान ने ऐसा प्रतिपादित किया। हिन्दू धर्मपर होनेवाले आक्रमणोंके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग के लिए जलगांव में महापालिका के सामने राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया।
इस अवसरपर ३५ धर्माभिमानी उपस्थित थे।
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. उदय बडगुजर ने कहा कि, वर्तमान समय में देश में रहनेवाले कुछ विघटनवादी देशद्रोही धर्मांध कश्मीर में प्रत्येक शुक्रवार को नमाज के पश्चात शत्रुराष्ट्र पाकिस्तान एवं ‘आइ एस आइ एस आतंकवादी संगठन के ध्वज फहरा रहे हैं। अनेक राज्यों में युवक ‘आइ एस आइ एस’ में सम्मिलित हुए हैं, जो एक गंभीर घटना है।
सनातन संस्था के श्री. दत्तात्रय वाघुळदे ने कहा कि, वर्तमान में नेपाल में नया राज्यसंविधान बनाने का कार्य चालू है। वहां की स्थानीय जनता का भी ‘हिन्दू राष्ट्र’ के लिए समर्थन है। चीन धीरे-धीरे नेपाल से मित्रता बढा रहा है एवं नेपाल में ‘धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र’ स्थापित होने के लिए उसका छिपा समर्थन कर रहा है। यदि नेपाल ‘धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र’ घोषित किया गया तो चीन नेपाल के माध्यम से घुसपैठ कर सकेगा, जो भारत के लिए खतरनाक साबित होगी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात