श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार सुबह अलगाववादी नेता और कट्टरपंथी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की चीफ असिया अंद्राबी को गिरफ्तार कर लिया। असिया को एंटी-नेशनल एक्टिविटीज के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। असिया को श्रीनगर के रामबाग इलाके में उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
हाफिज सईद की रैली में फोन के जरिए दिया था भाषण
मुंबई में २६/११ हमलों के मास्टर माइंड हाफिज सईद ने १४ अगस्त (पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस) को लाहौर में एक रैली की थी। असिया अंद्राबी ने इस रैली में फोन के जरिए भाषण दिया था। भाषण में असिया ने पाकिस्तान को उसके स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी थी और भारत के खिलाफ जहर उगला था। सईद जमात-उद-दावा का चीफ है। असिया के भाषण के वक्त हाफिज सईद भी स्टेज पर मौजूद था।
श्रीनगर में मनाया पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस
रैली में भाषण के पहले असिया ने श्रीनगर में अपने घर पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया था। इस दौरान असिया और उसके समर्थकों ने पाकिस्तान के झंडे लहराए थे। असिया ने २३ मार्च को पाकिस्तान के नेशनल डे पर भी इस देश के झंडे लहराए थे। इसके बाद पुलिस ने असिया के खिलाफ एंटी-नेशनल एक्टिविटीज एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
कौन है असिया
दुख्तरान-ए-मिल्लत की चीफ असिया को कश्मीर की इकलौती महिला अलगाववादी नेता माना जाता है। कुछ लोग उसे मलिका-ए-मौत भी कहते हैं। आसिया कश्मीर में बड़े पैमाने पर महिलाओं को बुर्का पहनाने के लिए कैंपेन चलाती है। जो महिलाएं बिना बुर्के के दिखती हैं, असिया और उसके संगठन के लोग उनके चेहरे पर कालिख पोत देते हैं। कश्मीर में सिनेमाघरों को बंद कराने के पीछे भी असिया का बड़ा हाथ है। उसने १९८८ में लंबा आंदोलन चला कर कश्मीर के सिनेमाघरों को बंद कराया था।
पर्स में चाकू रखने को कहती है असिया
आसिया अपने पर्स में हमेशा चाकू रखती है और महिलाओं को भी चाकू रखने के लिए कहती है। अलगाववादी गतिविधियों में वो कई बार जेल जा चुकी है। १९९३ में तो एक बार उसका छोटा बच्चा भी १३ माह उसके साथ जेल में रहा था।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर