‘सिंहस्थ पर्व – नासिक !’
• आनंद अखाडा पंचायत की ओर से सम्मेलन का आयोजन
• धर्माचार्य शिवानी दुर्गा सिंहवाहिनी सरस्वती का हिन्दुओंको आवाहन
त्र्यंबेकश्वर-नाशिक : वर्तमान परिस्थिति में साधु, संत एवं भगवा वस्त्र धारण किए प्रत्येक का धर्म के लिए युद्ध करने का समय आ गया है।
श्लोक पठन करनेवाले का कर्तव्य है कि उन्हें धर्मयुद्ध के लिए खडा रहना चाहिए। धर्म की रक्षा करते समय हम किसी की हानि नहीं करेंगे; किंतु जहां शस्त्रोंकी आवश्यकता होगी, वहां शस्त्र एवं जहां शास्त्रोंकी आवश्यकता होगी, वहां शास्त्रोंका उपयोग किया जाएगा।
जो हिन्दू धर्म की रक्षा नहीं करते, वे अपने शरीर का त्याग करें अथवा हिन्दू धर्म की रक्षा हेतु स्वयं को झोंक दें। संत, समाज एवं गृहस्थ संगठित होनेपर ही वे धर्मयुद्ध कर सकते हैं। उस के उपरांत विजयी होकर हिन्दू धर्म की स्थापना हो सकती है, ऐसा कह कर, साधु, संत तथा हिन्दू धर्मयुद्ध के लिए तैयार रहें, ऐसा आवाहन यहां की धर्माचार्य शिवानी दुर्गा सिंहवाहिनी सरस्वती ने किया।
१५ सितंबर इस दिन दोपहर ४ बजे सर्वेश्वरी आश्रम प्लॉट क्रमांक ४, पेगलवाडी के तपोनिधीश्री आनंद अखाडा पंचायत की ओर से ‘हिन्दू धर्मयुद्ध आवाहन’ विषय पर हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया। उस समय वो मार्गदर्शन कर रही थीं।
इस सम्मेलन में महंत नारायण पुरी, महंत धर्म प्रकाश, स्वामी जगदानंद सरस्वती, स्वामी प्रकाशानंदजी, श्री मौनीबाबा, श्री बंगालीबाबा, श्री माणिक महाराज सभी ने धर्मसंबंधी मौलिक मार्गदर्शन किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात