सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सिंहस्थपर्व, नासिक में राष्ट्ररक्षण एवं धर्मजागृति इस विषयपर भव्य प्रदर्शनी को श्री महंत हंसाजी गांगेेय द्वारा भेट !
नासिक (महाराष्ट्र) – उत्तर प्रदेश के वृंदावन निवासी श्री महंत हंसाजी गांगेेय ने हाल ही में नासिक में लगी सनातन संस्था तथा हिंदू जनजागृति समिती की राष्ट्ररक्षण एवं धर्मशिक्षण प्रदर्शनी को भेंट दी । समिति के श्री. विनय पानवळकर ने उन्हें प्रदर्शनी की जानकारी दी ।
इस समय हिंदु जनजागृती समिती के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पूज्य डॉ.चारुदत्त पिंगळे ने महंत श्री हंसजी गांगेय का सम्मान किया ।
इस अवसर पर महंत श्री हंसजी गांगेय ने कहा कि, सिंहस्थ पर्व केवल गायन-भजन के लिए नहीं है । यह पवित्रभूमी है और यहां हिंदु राष्ट्र का संकल्प करने पर, तो वह पूर्ण होगा । इसके लिए सनातन संस्था और हिंदु जनजागृती समिती द्वारा किया जा रहा धर्मजागृती का कार्य गौरवपूर्ण है । इस कार्य के लिए दोनों संगठनों का मैं अभिनंदन करता हूं । यह कार्य करने के लिए कभी भी पुकारें, धर्मकार्य में मैं अवश्य सहयोग करूंगा ।
उन्होंने आगे कहा कि, हिंदु धर्म वृक्ष के मूल समान है । जाती उसकी शाखाएं हैं । वृक्ष का मूल अस्तित्त्व बचेगा, तो ही वृक्ष और शाखाएं बचेंगी । हिंदू धर्म को बनाए रखने के लिए साधु, संत-महंतों के साथ ही सभी को एकत्र आना चाहिए ।