बांगलादेशी घुसपैठियोंके कारण ‘लव जिहाद’ का प्रकार बलिष्ठ हो रहा है – डॉ. बिमलेंदू मोहंती
भुवनेश्वर (ओडिशा) : राज्य के ७२ शहरों में से ५४ शहरों में बांगलादेशी घुसपैठियोंका वास्तव्य होने का तथ्य एक प्राथमिक सर्वेक्षण से सामने आया है।
नकली नोट छापना, पशुओंकी तस्करी करना, मंदिरों में चोरी करना आदि अनेक प्रकार के अपराधों में इन घुसपैठियोंका सहभाग है, साथ ही अवैध रूप से चलनेवाला देहव्यापार का व्यवसाय पूर्णरूप से इन घुसपैठियों के नियंत्रण में है, ऐसी जानकारी भारत रक्षा मंच की ओर से आयाोजित परिषद में इस मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री. अनिल धीर ने दी।
मंच की ओर से १३ सितंबर के दिन भारत के बांगलादेशी घुसपैठिए एवं ओडिशा पर उसका होनेवाला परिणाम इस विषयपर महाबोधी सोसायटी ऑफ इंडिया के सभागृह में एक परिषद का आयोजन किया गया था।
इस परिषद में भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री. सूर्यकांत केळकर, मंच के सहसंयोजक श्री. मुरली मनोहर शर्मा, मंच के ओडिशा राज्य के अध्यक्ष डॉ. बिमलेंदू मोहंती, संबद के संपादक श्री. सौम्य रंजन पटनाईक की प्रमुख उपस्थिति थी।
श्री. सूर्यकांत केळकर ने कहा, राजकीय पक्ष घुसपैठियोंको मतपेटी के रूप में उपयोग कर रहे हैं। ४-५ करोड बांगलादेशी घुसपैठियोंको ढूंढना एक कठिन कार्य है। भारत रक्षा मंच के सहसंयोजक श्री. मुरली मनोहर शर्मा ने आसाम के राष्ट्रस्तरीय नागरिकोंकी प्रविष्टि अभियान से घुसपैठियोंको ढूंढना सरल होगा, ऐसे बताया।
बांगलादेशी घुसपैठियोंके कारण ही ‘लव जिहाद’ का प्रकार बलिष्ठ हो रहा है, ऐसा डॉ. बिमलेंदू मोहंती ने कहा।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात