उत्तरप्रदेश में मेरठ के कंकरखेड़ा के जवाहर नगर में मंगलवार को टेंपो का किराया मांगने को लेकर हुए विवाद से सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने सिख समुदाय के टेपों चालक को लाठी-डंडों से हमला कर घायल कर दिया। छुरी से चेहरे पर हमला कर धार्मिक बेअदबी कर दी।
आसपास के लोग उसे बचाकर चौकी लेकर पहुंचे तो चौकी इंचार्ज ने मदद के बजाए धमकाकर भगा दिया। सिख समाज ने विरोध में थाना घेर लिया। भाजपा विधायक और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल पहुंचकर घटना का विरोध किया। मामला तूल पकडते देख पुलिस ने केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गोलाबढ़, टीपी नगर सरदार जीवत सिंह (४८) टेंपो चलाता है। करीब १० दिन पूर्व रोहटा रोड स्थित जवाहर नगर निवासी शहजाद व उसके भाई फिरोज के परिवार को पांच सौ रुपये में टेंपो से लालकुर्ती लेकर गया था।
दस दिन बाद भी नहीं मिले पैसे
दस दिन बीतने के बाद भी पैसे न मिलने पर जीवत सिंह मंगलवार सुबह करीब ११ बजे जवाहर नगर में शहजाद के घर पहुंचा था। शहजाद व उसके परिजनों ने पैसे देने के बजाए उस पर हमला बोल दिया।
जीवत ने भागने की कोशिश की तो छुरी से उसके चेहरे पर हमला कर उसकी धार्मिक भावनाएं आहत कर दीं। इस बीच शोर सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और उसे बचाते हुए शोभापुर पुलिस चौकी पर ले गए।
जहां पर चौकी इंचार्ज देवेंद्र पाल ने उल्टा घायल के साथ ही अभद्र व्यवहार कर चौकी से भगा दिया। सूचना पर पहुंचे सिक्ख समाज के लोगों ने घायल को शोभापुर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
संदर्भ :अमर उजाला