नासिक (महाराष्ट्र) : नासिक कुंभ मेले के आखिरी राजयोगी (शाही) स्नान के दिन शुक्रवार को त्र्यंबकेश्वर में १० अखाड़ों के साधु-संतों ने डुबकी लगाई। जानकारी के अनुसार, भारी भीड़ और आखिरी स्नान होने की वजह से श्रद्धालुओं को देर रात तक स्नान की अनुमित दी गई है। प्रशासन की तरफ से तीन घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की गई है। शाही स्नान शुक्रवार सुबह ४.१५ बजे से राम कुंड पर शुरू हुआ। सबसे पहले जूना अखाड़े के साधु-संतों ने आस्था की डुबकी लगाई।
नासिक में तीसरा और आखिरी राजयोगी (शाही) स्नान १९ सितंबर को पूरा हो गया है। जबकि त्र्यंबकेश्वर में आखिरी स्नान २५ को हुआ । १३ सितंबर को नासिक और त्रयंबकेश्वर में कुंभ मेले का दूसरा राजयोगी (शाही) स्नान संपन्न हुआ था। इस दौरान पवित्र गोदावरी में नासिक और त्रयंबकेश्वर के कुशावर्त कुंड में साधु-संतों और लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। साधु-संत और श्रद्धालु कुशाव्रथ तीर्थ में आखिरी स्नान कर रहे हैं। आखिरी स्नान में सुरक्षा की दृष्टि से ७००० से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।