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ISIS के खिलाफ फ्रांस और रूस मिलकर करेंगे कार्रवाई

मॉस्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टेररिज्म के खिलाफ फ्रांस से मिलकर काम करने की बात कही है। उन्होंने फ्रांस के प्रेसिडेंट फ्रांस्वा ओलांद से मुलाकात के दौरान कहा, “आतंकवाद दोनों देशों का साझा दुश्मन है। हम इसे खत्म करने के लिए पूरा सहयोग करेंगे। पुतिन ने फ्रांस से सीरिया के उन इलाकों का मैप मांगा है, जहां दूसरे ग्रुप इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के खिलाफ लड़ रहे हैं ताकि वह वहां हवाई हमला नहीं करे। ओलांद आईएसआईएस के खिलाफ एक बड़े गठबंधन के मद्देनजर सपोर्ट जुटाने के लिए मॉस्को में थे। यहां दोनों नेताओं ने एक साझा जमीन तलाशने की कोशिश की। दरअसल, हालिया आतंकी हमलों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है।

ऑयल ट्रांसपोर्टेशन पर फोकस रहेगा हमला

ओलांद ने कहा है कि पुतिन आतंकियों के खिलाफ साथ हमले करने के लिए राजी हो गए हैं। पुतिन ने कहा, “मॉस्को आईएसआईएस के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही गुटों पर बमबारी करने से बच सकता है।” ओलांद ने कहा, “आईएसआईएस के खिलाफ हमले तेज किए जाएंगे। इन हमलों को खासकर ऑयल ट्रांसपोर्टेशन पर फोकस किया जाएगा।

मॉस्को पर असद की मदद के आरोप लगते रहे हैं : पुतिन

पुतिन ने कहा, “हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि हम इस बारे में सूचना साझा करेंगे कि कौन से इलाके आतंकियों के बजाय पॉजिटिव रिबेल ग्रुप के पास हैं। हम उन जगहों पर हवाई कार्रवाई से बचेंगे।” बता दें आईएसआईएस पर हवाई कार्रवाई करने वाले अमेरिकी अलायंस आर्मी लगातार मॉस्को पर आरोप लगाते रही है कि वह (रूस) आईएसआईएस से लड़ रहे रिबेल ग्रुप्स को टारगेट कर सीरियन प्रेसिडेंट बशर अल-असद के शासन की मदद करने की कोशिश कर रहा है।

सीरिया में सैन्य दखल की तैयारी में ब्रिटेन

उधर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री फिलिप हेमंड ने कहा, “प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने सीरिया में सैन्य दखल का मन बना लिया है। कैमरन के बयान से मुझे लग रहा है कि हम सीरिया में सैन्य कार्रवाई के लिए आम सहमति तैयार कर रहे हैं।”

स्त्रोत : भास्कर 

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