धनबाद : पुरी के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उम्मीद थी कि गोवंश, गंगा और सनातन परंपराओं का संरक्षण होगा, लेकिन केंद्र और राज्य शासन तंत्र के दूषित षड्यंत्रों से ऐसा नहीं हो सका। महाराष्ट्र और हरियाणा शासन तंत्र ने गोवंश की रक्षा को अनुकूल कदम उठा सराहनीय काम किया है।
केंद्रीय शासन तंत्र भी धैर्य और सद्भाव के साथ ठोस कदम उठाये। ताकि गाय, गंगा और सनातनी परंपराओं का संरक्षण हो सके। आज मुसलमान, ईसाई और कम्युनिस्ट की अपेक्षा हिंदू ही गोहत्या को संरक्षण दे रहे हैं। बेहद दुखद है कि अपने को हिंदू कहने वाले काटजू गोहत्या के समर्थन में बयान दे रहे हैं। अपने प्रवचन प्रवाह के दौरान शंकराचार्य ने मार्कंडेय काटजू पर तीखा हमला बोला। साथ ही छत्तीसगढ़ का हवाला देते हुए भाजपा शासन पर भी प्रहार किया। कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के नायक रहे भगत सिंह, मंगल पांडे जैसे वीरों ने आजाद भारत के जिस स्वरूप की कल्पना की थी उसकी उपेक्षा की गई।
स्त्रोत : जागरण