इस प्रकार के बयान देकर आझम खान ने अपना स्तर क्या है यह सभी को सुचित कर दिया है । क्या जनता अब भी इस प्रकार के नेता को आनेवाले चुनावों में वोट देना चाहेगी ? – हिन्दूजागृति
नई दिल्ली : विवादित बयानों के लिए चर्चित उप्र के मंत्री आजम खान ने अब संघ के नेताओं को समलैंगिक बता दिया है। उनके इस बयान की संघ व भाजपा नेताओं ने कड़ी निंदा की है। खान से उनके गृह नगर रामपुर में रविवार को समलैंगिकों के अधिकारों के बारे में सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने कह दिया कि आरएसएस वाले ऐसे ही हैं, इसलिए वे इसकी मांग कर रहे हैं और शादी नहीं करते हैं।
दरअसल वित्त मंत्री अरण जेटली के बयान पर खान से प्रतिक्रिया मांगी गई थी। जेटली ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज धारा 377 पर पुनर्विचार की बात कही है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवैध बताते हुए खारिज कर दिया है। खान ने कहा कि संसद को इस बारे में विचार करना चाहिए।
विजयवर्गीय बोले, मानसिक संतुलन खो चुके हैं खान
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि खान मानसिक संतुलन खो चुके हैं। अब वक्त आ गया है, जब उन्हें उनकी सही जगह ([मानसिक चिकित्सालय)] भेज दिया जाए।
ऐसे लोगों के मुंह नहीं लगते
संघ के विचारक राकेश सिन्हा ने कहा कि खान जैसे व्यक्ति से मुंह लगा नहीं जाता है। वह पेरिस हमले का समर्थन कर चुके हैं और भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र जाने जैसी बातें कह चुके हैं, ऐसे व्यक्ति की क्या बात की जाए। उन पर तो तरस आता है।
स्त्रोत : जागरण