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तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता निकले ISI एजेंट

कोलकाता : कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने रविवार को एक ठेका मजदूर, उसके बेटे और उसके एक रिश्तेदार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, ‘इरशाद अंसारी (५१), उसके बेटे अशफाक अंसारी (२३) और रिश्तेदार मोहम्मद जहांगीर को गिरफ्तार किया गया है।’

गौरतलब है कि इरशाद बंदरगाह क्षेत्रों में तृणमूल कांग्रेस की मजदूर यूनियन का एक सक्रिय सदस्य था। उसका बेटा अशफाक तृणमूल कांग्रेस की स्टूडेंट विंग ‘छात्र परिषद’ का जनरल सेक्रटरी था। गिरफ्तारी के बाद जब यह बात सामने आई तो टीएमसीपी राज्य अध्यक्ष अशोक रुद्र ने दावा किया कि अशफाक को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियां करने की वजह से दो महीने पहले ही पार्टी से निकाल दिया गया था।’

गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एक एसटीएफ अधिकारी ने बताया कि इन तीनों को इनके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से कई ऐसे दस्तावेज बरामद हुए हैं जो आईएसआई के साथ इनके संबंध की पुष्टि करते हैं। साथ ही, एसटीएफ ने इनके घर से साढ़े तीन लाख रुपए जाली भारतीय मुद्रा भी बरामद की।

अधिकारी ने बताया, ‘जीआरएसई और नेताजी सुभाष डॉक का हाथ से बना हुआ एक नक्शा इरशाद के पास से बरामद हुआ। वह पिछले कुछ दिनों से युद्धपोत बनाने वाली कंपनी के लिए काम कर रहा था। हम उसके मकसद का पता लगा रहे हैं और जानना चाहते हैं कि क्या उसने कोई नक्शा पाकिस्तानी एजेंसी तक पहुंचाया तो नहीं है।’ इन तीनों पर आईपीसी की धारा १२०बी (आपराधिक षड़यंत्र), १२१ (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का प्रयास करना) और ४८९बी (फर्जी करंसी का यूज करना) के साथ कई अन्य धाराएं लगाई गई हैं।

कोलकाता पुलिस के सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई कि इरशाद और जहांगीर के कुछ रिश्तेदार कराची में रहते हैं और आईएसआई ने इन्हें एजेंट के तौर पर हायर किया है। जब ये पाकिस्तान गए थे, तब इनसे संपर्क किया गया था। एसटीएफ के डेप्युटी कमिश्नर अखिलेश कुमार चतुर्वेदी ने बताया, ‘ये दोनों पिछले दस वर्षों से आईएसआई के लिए काम कर रहे थे। इनका मुख्य काम भारत से जानकारी इकट्ठा कर उन्हें मुहैया कराना था।’

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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