औरंगाबाद : महाराष्ट्र के सिनेमाघर में राष्ट्रगान बजने के दौरान खड़े नहीं होने वाले मुस्लिम परिवार को बाहर निकालने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। अब सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजाने को लेकर विवाद शुरु हो गया। इस विवाद के बीच एआईएमआईएम विधायक ने अपने बयान में इसे गैरजरूरी बताया है।
एआईएमआईएम विधायक इम्तियाज जलील का कहना है कि सिनेमाघर में महज राष्ट्रगान किसी को देशभक्त नहीं बनाता है। उन्होंने कहा कि लोग सिनेमाघरों में मनोरंजन के लिए जाते हैं, इसलिए वहां राष्ट्रगान बजाना गैरजरूरी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए लिखा कि मैं अपने देश से प्रेम करता हं और हमारे तिरंगे और राष्ट्रगान के लिए बड़ा ही सम्मान रखता हूं लेकिन मैं सिनेमा घर में राष्ट्रगान गा कर इस महान देश के लिए अपनी देशभक्ति, सम्मान और प्रेम को प्रदर्शित नहीं करना चाहता। वहीं जलील की इस टिप्पणी के बाद शिवसेना ने मुंबई के शिवाजी पार्क में प्रदर्शन किया।
आपको बता दें कि फिल्म शुरू होने से पहले चलने वाले राष्ट्रगान के दौरान मुस्लिम फैमिली के खड़े न होने पर लोगों ने हंगामा कर दिया था। इसके बाद मुस्लिम फैमिली को हॉल से बाहर निकलना पड़ा था। इस घटना का विडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया था।
गौरतलब है कि साल २००३ में महाराष्ट्र सरकार ने यह आदेश पारित किया था कि सिनेमा हॉल में फिल्मों से पहले राष्ट्रगान का प्रसारण किया जाएगा और इस दौरान सभी दर्शकों का खड़ा होना अनिवार्य होगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के दिशा.निर्देशों के मुताबिक राष्ट्रगान के दौरान खड़े होने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है।
स्त्रोत : पत्रिका