कैलिफोर्निया : अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के सैन बैर्नाडिनो में गोलीबारी को अंजाम देने वाले दोनों हमलावर पाकिस्तान मूल के निकले हैं। उनके नाम सैयद फारूख व तशफीन मलिक बताए गए हैं। दोनों कैलिफोर्निया में रह रहे थे।
नरसंहार को अंजाम देने से पहले फारूक और मलिक ने छह महीने की बेटी को फारूक की मां के पास छोड़ दिया था। फारूक ने मां से पत्नी को डॉक्टर से दिखाने की बात कही थी। फारूक और मलिक की दो साल पहले शादी हुई थी। मलिक पाकिस्तान की रहने वाली बताई जाती है। अमेरिका आने से पहले वह सऊदी अरब में रही थी।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हमले पर प्रतिक्रिया दी। यह इसके आतंकी हमला होने से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा कभी नहीं सोचना चाहिए कि यह सामान्य घटना है, क्योंकि इतनी जल्दी-जल्दी ऐसी घटनाएं किसी अन्य देश में नहीं होती हैं। ओबामा सख्त बंदूक नियंत्रण के पक्षधर हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह हुई इस वारदात में १४ लोग मारे गए थे, जबकि १७ अन्य घायल हो गए। गोलीबारी विकलांग लोगों के लिए बनाए गए एक सामाजिक सेवा केंद्र पर हुई थी। घटना के बाद पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभालते हुए दो संदिग्धों को मार गिराया है। इनमें एक महिला शामिल थी। सैन बैर्नाडिनो के पुलिस प्रमुख ने १४ लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
अमेरिका में इस साल गोलीबारी की ३०० से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। २०१२ में कनेक्टिकट के न्यूटन स्कूल में गोलीबारी की सबसे घातक घटना हुई थी। इसमें २० बच्चों समेत कुल २६ लोग मारे गए थे।
स्त्रोत : जागरण