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कैलिफॉर्निया गोलीबारी : ताशफीन-फारूक ने डेट पर की थी जिहाद की बातें

वॉशिंगटन : कैलिफॉर्निया में पिछले सप्ताह गोलीबारी की घटना को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी मूल के पति-पत्नी मिलने और विवाह बंधन में बंधने से पहले ही चरमपंथ से प्रभावित थे और उन्होंने ऑनलाइन डेट करते समय जिहाद पर चर्चा की थी।

एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमे ने बुधवार को सीनेट न्यायिक समिति के सदस्यों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘सान बर्नार्डिनो में गोलीबारी करने वाले हत्यारे घटना को अंजाम देने से काफी समय पहले से चरमपंथ से प्रभावित थे।’

पाकिस्तानी नागरिक ताशफीन मलिक और उसके पति सैयद रिजवान फारुक ने गोलीबारी कर पिछले सप्ताह १४ लोगों की हत्या कर दी थी और १७ अन्य को घायल कर दिया था जिसके कुछ घंटों बाद पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दोनों मारे गए थे।

कोमे ने कहा, ‘हमारी अभी तक की जांच इस ओर इशारा करती है कि दरअसल वे एक दूसरे को ऑनलाइन डेट करने या शादी के बारे में सोचने से पहले ही कट्टरपंथ से प्रभावित थे। उन्होंने शादी करने और अमेरिका में साथ रहना शुरू करने से पहले २०१३ के अंत में एक दूसरे से जिहाद और कुर्बानी पर बात की थी।’

जांचकर्ताओं के अनुसार, दोनों पहली बार एक ऑनलाइन डेटिंग साइट पर मिले थे जिसके बाद उन्होंने सऊदी अरब में शादी की। इसके बाद ताशफीन फारूक के साथ रहने के लिए के-1 वीजा पर अमेरिका आ गई।

कोमे ने कहा, ‘हमारा यह भी मानना है कि वे विदेशी आतंकवादी संगठनों से प्रेरित थे। हम यह पता लगाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं कि वे किससे जुड़े हुए थे और उनका प्रेरणा स्रोत कौन था। हम यह पता लगाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं कि उनकी मदद करने, उन्हें हथियार मुहैया कराने में क्या कोई और भी शामिल था।’

उन्होंने एक प्रश्न पर कहा कि अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि फारुक और ताशफीन की शादी का इंतजाम किसी आतंकवादी संगठन या किसी आतंकवादी ने किया था या नहीं।

इस दौरान, सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने पूछा, ‘क्या आप इस पर मुझसे सहमत हैं कि यदि किसी आतंकवादी संगठन या किसी आतंकवादी ने उनका विवाह करवाया होगा तो यह बहुत अहम जानकारी होगी? कोमे ने कहा, ‘यह बहुत, बहुत महत्वपूर्ण जानकारी होगी इसीलिए हम इसका पता लगाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट अमेरिका में पहले से रह रहे लोगों को उसकी ओर से हत्यारे बनने के लिए उकसा रहा है। एफबीआई इन रिपोर्ट की जांच कर रही है कि हमलावरों ने सेमी-ऑटोमेटिक राइफलों को ऑटोमेटिक राइफलों में बदलने की कोशिश की या उन्हें बदला।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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