श्रीक्षेत्र आळंदी में ‘महाअधिवेशन’ संपन्न !
• वारकरी संप्रदाय एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा १२वां ‘वारकरी महाअधिवेशन !’
• धर्म एवं राष्ट्र हितार्थ श्रीक्षेत्र आळंदी में वारकरी एवं हिन्दुत्वनिष्ठोंद्वारा निर्धार !
श्रीक्षेत्र आळंदी -जिला पुणे (महाराष्ट्र) : ८ दिसंबर को संतश्रेष्ठ संत ज्ञानेश्वर महाराज के ७१९वें संजीवन समारोह दिवस के उपलक्ष्य में वारकरी संप्रदाय एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा १२वें वारकरी महाअधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वारकरियोंद्वारा राष्ट्र एवं धर्म हितार्थ सक्रिय होने का निश्चय किया गया एवं भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की मांग भी की गई। इस महाअधिवेशन में धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र पर होनेवाले आक्रमणोंके विषय में मंथन किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित वारकरी संप्रदाय के महाराज द्वारा धर्मपालन हेतु पाखंडियोंका खंडन। इस धर्मवचन के अनुसार वेद-पुराण तथा संस्कृति पर पुरोगामित्व के नाम पर अकारण आलोचना करनेवाले धर्मविरोधियोंकी खोज-खबर ली गयी !
इस महाअधिवेशन का आयोजन देश में गोहत्या प्रतिबंधक कानून लागू करने तथा राष्ट्र एवं धर्म पर होनेवाले विविध आक्रमणोंको रोके जाने की मांग करने के एवं हिन्दुत्वनिष्ठ तथा वारकरीयोंको संगठित होने के उद्देश्य से किया गया था।
सनातन के साधकोंका बाल भी बांका नहीं होने देंगे ! – वारकरी संप्रदाय
उपस्थित वारकरियोंने सनातन संस्था को दृढ समर्थन घोषित करते हुए कहा कि, सनातन संस्था मानो ईश्वर का दरबार ही है ! यह संस्था बिखरे हुए हिन्दुओंको एकत्रित करने का कार्य कर रही है। इस संस्था के साधकोंका बाल भी बांका नहीं होने देंगे !
अधिवेशन में सम्मत प्रमुख प्रस्ताव
* वारकरी शिक्षा संस्था एवं वेदपाठशाला को ठोस अनुदान दिए जाएं !
* भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करें !
* पूरे देश में गोवंशहत्याबंदी एवं धर्मांतरबंदी कानून लागू करें !
* कथित पुरो(अधो)गामियोंके दबाव में आकर सनातन संस्था एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आदि संगठनोंपर प्रतिबंध न लगाएं !
* इसके साथ ही एकमत से राष्ट्र एवं धर्म के संदर्भ में अनेक महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव सम्मत किए गए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात