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ISIS के प्रोपेगैंडा वीडियो पोस्ट करता था मार्केटिंग मैनेजर, जयपुर से हुआ अरेस्ट

जयपुर : इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एक मार्केटिंग मैनेजर को आईएसआईएस का एजेंट होने के आरोप में गुरुवार को यहां अरेस्ट किया गया। राजस्थान एटीएस के मुताबिक, मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन आईएस के प्रोपेगैंडा वीडियो पोस्ट करता था। वह लड़के-लड़कियों को आईएस में भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। उसके सीरिया जैसे कई इस्लामिक देशों में ८० कॉन्टैक्ट्स थे।

राजस्थान के जिलों में अलर्ट

  • सिराजुद्दीन को राजस्थान एटीएस ने जवाहर नगर के फ्लैट बी-६०५ से अरेस्ट किया।
  • सिराजुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान पुलिस ने सभी जिला एसपी और रेंज आईजी को अलर्ट जारी किया है।
  • चार माह पहले ही सिराजुद्दीन ने पत्नी और बेटे को बेंगलुरु भेज दिया था। वह पिछले डेढ़ साल से यहां रह रहा है।
  • जवाहर एन्क्लेव के करीब १०० फ्लैटों में कई कंपनियों के कर्मचारी रहते हैं। इसमें आईओसी के इम्प्लॉई भी रहते हैं।

सोशल मीडिया से बढ़ा रहा था नेटवर्किंग

  • एटीएस सिराजुद्दीन से बरामद लैपटॉप से डाटा रिकवर करने की कोशिश में है।
  • पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह वॉट्सऐप और फेसबुक जैसी सोशल साइटों पर एक्टिव था।
  • उसे राजस्थान में आईएसआईएस का नेटवर्क फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। १५ दिन पहले उसके खिलाफ शिकायत मिली थी।
  • उसने सोशल मीडिया पर कई ग्रुप बनाए थे। वह कई लड़के-लड़कियों को आईएस ज्वाइन करने के लिए लुभाता था।
  • उसके रूम से आईएसआईएस की ऑनलाइन मैगजीन ‘दाबिक’ की कॉपियां भी बरामद हुई हैं।
  • आईएस का नेटवर्क फैलाने के लिए वह कई बार अजमेर जा चुका है। इस वक्त अजमेर जेल में गुलबर्गा के पांच टेररिस्ट बंद हैं।

कहां का है सिराजुद्दीन?

वह गुलबर्गा, कर्नाटक का निवासी है। उसकी फैमिली बेंगलुरु में रहती है। १५ दिन पहले मिली एक इन्फॉर्मेशन के बाद एटीएस ने उसकी एक्टिविटीज को फॉलो किया। बाद में शक पुख्ता होने पर उसे अरेस्ट कर लिया।

जांच में क्या पता चला?

शुरुआती जांच में सीरिया सहित कई इस्लामिक देशों के ८० से ज्यादा लोगों से सिराजुद्दीन के कॉन्टैक्ट का खुलासा हुआ है। उसका लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया गया है। वह काफी पहले से आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था। जयपुर आने के बाद वह ज्यादा सक्रिय हो गया था। आईएसआईएस के कैंपेनर के तौर पर सिराजुद्दीन के तार अजमेर से भी जुड़े होने का पता चला है।

एटीएस ने क्या कहा?

राजस्थान एटीएस के एडिशनल डीजीपी आलोक त्रिपाठी ने कहा कि सिराजुद्दीन आईएस के लिए लोगों की भर्ती कर रहा था। उसने वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक और बाकी सोशल मीडिया साइटों पर ग्रुप बना रखे थे। उसने कबूल कर लिया है कि वह आईएस के लिए ही काम कर रहा था। हम पता लगा रहे हैं कि क्या उसका राजस्थान में और कोई लिंक है।

आईएस का साउथ कनेक्शन

  • आईएस में शामिल होने वाला पहला भारतीय हाजा तमिलनाडु से था। आईएस को सपोर्ट करने वाला ‘टी-शर्ट’ ग्रुप भी तमिलनाडु से था।
  • भारत में पहली महिला रिक्रूटर अफशां जबीन भी दक्षिण भारत से ही है। उसे यूएई में गिरफ्तार कर भारत भेजा गया था।
  • आईएसआईएस से जुड़े कंटेंट सर्फ करने के मामले में देश में सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले राज्य जम्मू-कश्मीर, असम, उप्र, महाराष्ट्र और प. बंगाल हैं।
  • देशभर में खुफिया एजेंसियों की निगरानी में १५० यंगस्टर हैं। ज्यादातर दक्षिण भारत से हैं।

अब तक २३ भारतीय आईएस से जुड़े

अब तक २३ यंगस्टर्स आईएस में शामिल होने के लिए भारत से इराक-सीरिया जा चुके हैं। इनमें छह की आईएस की ओर से लड़ते हुए मौत हो चुकी है। एक वापस मुंबई लौट चुका है। आईएस से प्रभावित ३० यंगस्टर्स को अब तक इराक-सीरिया जाते हुए अलग-अलग जगहों पर पकड़ा गया है। कुछ को तो सऊदी अरब ने वापस भेजा है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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