जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर से अरेस्ट आईएसआईएस एजेंट सिराजुद्दीन का चैटिंग रिकॉर्ड सामने आया है। यह बताता है कि दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस उसे इंडिया का चीफ बनाने वाला था। सिराज ने लड़कियों का एक ग्रुप भी बना रखा था। वह उनका ब्रेनवॉश करता था।
वॉट्सऐप, टेलीग्राम ऐप पर बनाया था लड़कियों का ग्रुप
- जांच में सामने आया कि सिराजुद्दीन ने वॉट्सऐप व टेलीग्राम ऐप पर लड़कियों का अलग ग्रुप बना रखा था। इस ग्रुप पर आतंकी हमलों के फोटो व वीडियो शेयर होते थे।
- एटीएस ने लड़कियों की लिस्ट कई राज्यों की पुलिस व जांच एजेंसियों को दे दी है। ताकि उन पर निगरानी कर कार्रवाई की जा सके।
- सिराजुद्दीन ने आईएस के लिए ग्रुप से जुड़ी कई लड़कियों का पूरी तरह ब्रेनवॉश कर दिया था।
कैसे हुआ अरेस्ट?
- सिराज अपने मनसूबों में कामयाब होता उससे पहले ही एनआईए की निगरानी में आ गया।
- सिराज की गिरफ्तारी की बुनियाद दो माह पहले कर्नाटक में तब रखी गई, जब वहां आईएस मॉड्यूल का खुलासा हुआ।
- इसी के बाद सिराज एनआईए के रडार पर आ गया। उसे देश में आतंकी मॉड्यूल तैयार करने के बाद लाखों रुपए विदेश से मिलने वाले थे।
- दो महीने निगरानी के बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया। सिराज जयपुर में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का मार्केटिंग मैनेजर था। लेकिन वह आईएस का नेटवर्क बढ़ाने में जुटा हुआ था।
- शनिवार को सिराजुद्दीन से मिलिट्री इंटेलीजेंस के अफसरों ने तीन घंटे तक पूछताछ की।
यूं सामने आया सिराज का नाम
- दो माह पहले कर्नाटक के यवतमाल में मस्जिद के सामने एक पुलिसकर्मी पर हमला हुआ।
- हमले के आरोपी अब्दुल मलिक को महाराष्ट्र एटीएस ने पकड़ा। उसी से पूछताछ में पहली बार सिराज का नाम सामने आया।
- मलिक ने एनआईए के सामने खुलासा किया था कि वह सिराज से जुड़ा हुआ है। हालांकि, तब तक एनआईए के पास ठोस सबूत नहीं थे।
- ऐसे में एनआईए ने दो महीने तक लगातार सिराज के ऑनलाइन स्टेटस चेक किए। उसकी प्रोफाइल से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई तो सिराज का असली चेहरा सामने आ गया।
- इसके बाद राजस्थान एटीएस को इन्फॉर्म किया गया, तब सिराज पकड़ में आया। सिराजुद्दीन से कर्नाटक में भी कई यंगस्टर्स सोशल अकाउंट्स के जरिए जुड़े हुए थे।
- बता दें कि कर्नाटक में पिछले दो साल में इस्लामिक स्टेट और इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े २७ लोग पकड़े जा चुके हैं।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर