बरेली – बरेली में रह रहे पाकिस्तानी गुप्तचर, मुहम्मद एजाज की २ सप्ताह पहले मेरठ में हुई गिरफ्तारी के बाद शहर की पुलिस बेहद सचेत हो गई है। सभी निवृत्त हो चुके डीएसपी को नोडल अधिकारियों की तरह काम करने और पुराने शहर के क्षेत्र में स्थित हर मुसलमानों के घर और वहां रहने वालों के बारे में एक विस्तृत फाइल तैयार करने का आदेश जारी किया गया है। बता दे कि, शहर के पुराने बसे क्षेत्र में ज्यादातर आबादी मुसलमानों की है।
हर घर में रहने वाले लोगों की जांच की जाएगी और सबकी पृष्ठभूमि के बारे में विस्तार से जांच होगी। अधिकारियों ने बताया कि एजाज की गिरफ्तारी के बाद केंद्र की ओर से भेजी गई गुप्त जानकारी के अनुसार यह कदम उठाया जा रहा है।
देशभर में पाकिस्तानी गुप्तचर शाखा द्वारा कराए जा रहे जासूसी कांड के सामने आने के बाद काफी एहतियात बरता जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, निवृत्त डीसीपी को इस काम में इसलिए शामिल किया जा रहा है कि, पहले से ही पुलिस विभाग में अधिकारियों की कमी है। उन्होंने कहा कि, अनुभवी अधिकारी इस काम को अच्छे मार्ग से संभाल सकते हैं। इससे उन कनिष्ठ अधिकारियों के लिए भी काम काफी आसान हो जाएगा जो कि जांच में शामिल हैं।
इस अभियान के तहत पुलिस टीम पुराने शहरी इलाके में स्थित हर मुसलमान के घर का दौरा करेगी और वहां रहने वाले लोगों का ब्योरा जमा करेगी। इसमें स्थायी पता, फिंगर प्रिंट, फोटो जैसी चीजें लेना शामिल है। इसका रिकॉर्ड स्थानीय पुलिस थाने में रखा जाएगा। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में निवासियों को जांच से संबंधित एक फॉर्म भी भरना होगा।
राठौड़ ने कहा कि, यह अभियान बरेली में सफल साबित होता है, तो इसे बाकी जिलों में भी लागू किया जाएगा।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स