नई देहली – केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजीजू ने कहा है कि, निर्भया के नाबालिग बलात्कारी की मुक्तता के प्रकरण में सरकार ने न्यायालयमें अपना पक्ष रखा था। रिजीजू ने कहा कि, सरकार ने न्यायालय में कहा था कि, दोषी को मुक्त करना सही नहीं है। हालांकि, रिजीजू ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय पर टिप्पणी नहीं की।
सोमवार शाम तक भी बलात्कारी की मुक्तता के विरोध में जंतर-मंतर पर धरना जारी रहा। इसके बाद ही सरकार की आेर से फिर से सफाई दी गई है।
बता दें कि रविवार शाम को नाबालिग बलात्कारी को मुक्त कर दिया गया। इसके विरोध में निर्भया की मां आशा देवी समेत सैकड़ों युवाओं ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन भी किया। इसके पहले, शनिवार देर रात देहली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने मुक्तता रद्द करने की याचिका स्वीकार नहीं की और बाद में नाबालिग बलात्कारी को मुक्त कर दिया गया।
निर्भया की मां ने आरोप लगाया कि सरकार तीन साल में ऐसा कानून नहीं बना सकी, जिससे दोषी बलात्कारी को सजा दी जा सके। सोशल मीडिया पर भी देहली सरकार और केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की गई।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स