बंदर सरी बेगावन – ब्रुनई के सुलतान ने घोषणा की है कि, यहां कोई भी क्रिसमस मनाते पकड़ा गया तो पांच साल तक कैद में डाल दिया जाएगा। बोर्नियो द्वीप पर स्थित इस रूढ़िवादी इस्लामी देश ने कहा है कि, किसी को भी इस मौके पर बधाई देते हुए भी पाया गया या किसी ने सैंटा टोपी पहनी तो कैद की सजा भुगतनी होगी। गैरइस्लामी समुदाय के लोगों को क्रिसमस मनाने की अनुमति है किंतु वे अपने समुदाय से बाहर नहीं जाएंगे और पहले प्रशासन को सूचित करेंगे। पेट्रोलियम संपन्न इस देश की कुल आबादी ४२०,००० है। इनमें से ६५ प्रतिशत लोग मुसलमान हैं।
धार्मिक मामलों के मंत्री ने अपने एक वक्तव्य में कहा, ‘यह इसलिए बाध्यकारी है ताकि क्रिसमस के खुलेआम उत्सव पर नियंत्रण पाया जा सके। क्रिसमस के उत्सव से हमारी इस्लामिक आस्था प्रभावित होती है।’ इस महीने की शुरुआत में इस्लाम के इमामों के एक गुट ने चेतावनी दी थी वैसे किसी भी उत्सव को नहीं मनाना है जो गैर इस्लामिक है। बोर्नियो बुलेटिन के अनुसार इमामों ने कहा था, ‘क्रिसमस उत्सव के दौरान मुसलमान भी ईसाइयों की तरह व्यवहार करते हैं। वे क्रॉस धारण करते हैं, कैंडल जलाते हैं, क्रिसमस ट्री बनाते हैं, उनके धार्मिक गीत गाते हैं, क्रिसमस की बधाई देते हैं और उनके धर्म की प्रशंसा करते हैं। ये सारी गतिविधियां इस्लाम के विरूद्ध हैं।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स