मुंबई : शिवसेना ने नाबालिग बलात्कारी की मुक्तता पर निर्भया की मां से क्षमा मांगी है। शिवसेनाने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में न्यायालय की अवमानना न करते हुए लिखा है, निर्भया की माता, हमें क्षमा करें। अकसर कठोर रहने वाली हमारी न्याय व्यवस्था संत-सज्जनों की भूमिका में दिख रही है।
सरकार की भूमिका पर प्रश्न उठाते हुए मुखपत्र में लिखा है की, इतने वर्ष के पश्चात भी हम उस दुष्ट को कठोर दंड देने के लिए कानून क्यों नहीं बना सके, इस पर कोई विचार करेगा या नहीं। १८ वर्ष से कम उम्र के अपराधियों को बलात्कार और हत्या करने का कानूनी अनुज्ञप्तिपत्र (लाइसेन्स) क्या इसी देश में दिया जा रहा है।
देश में १८ या उससे कम उम्र के अपराधियों को किसी तरह की कठोर शिक्षा न देते हुए बाल सुधार गृह में रखने का प्रावधान है। निर्भया प्रकरण में उस समय नाबालिग रहे दोषी पर भी यही कानून लागू किए जाने को लेकर प्रश्न उठते रहे हैं।
लेख में आतंकवाद का हवाला देते हुए शिवसेना ने लिखा कि, कल पाकिस्तान से १८ वर्ष से कम आयु का आंतकवादी आएगा, तो क्या तब उसे तीन वर्ष बाद कैद से मुक्त कर दिया जाएगा? मुखपत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी प्रश्न किया गया कि, क्या मोदी को ये अन्याय दिखार्इ नहीं देता ? निर्भया की निराश माता देहली के मार्गोपर चीखती रही, यह चीख प्रधानमंत्री के कानों तक पहुंची या नहीं?
स्त्राेत : पंजाब केसरी