कोलकाता : पश्चिम बंगाल में जल्द ही हो जाने रहे विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नजर मुस्लिम वोटों पर लगी हुई हैं। राज्य के २९४ विधानसभा क्षेत्रों में से ७० क्षेत्र ऐसे हैं जहां मुस्लिम मत निर्णायक स्थिति में हैं। कई जिलों जैसे मुर्शिदाबाद, माल्दा, नाडिया और उत्तरी दिनाजपुर में तो मुस्लिम वोट ६० फीसदी से भी ज्यादा हैं।
सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी किसी भी हाल में नहीं चाहतीं कि राज्य में बिहार जैसा प्रयोग दोहराया जाए अथवा आरएसएस के समर्थन से भाजपा आगे आ सके। ममता बनर्जी अपनी इसी रणनीति के तहत चार मुस्लिम रैलियों को संबोधित कर चुकी है। रैली में लाखों लोगों ने भाग लिया है। राज्य की फायरब्रांड नेता यह बात अच्छी तरह समझ चुकी हैं कि बिना मुस्लिम मतों के उनका बेड़ा पार नहीं होने वाला है।
राज्य में एक तिहाई मतदाता मुस्लिम और ओबीसी हैं। रणनीति के तहत उन्होंने कई प्रभावशाली मुसलमान नेताओं को अपनी तरफ लुभाया है। वह इस बात से भी सुनिश्चित सी दिखती हैं कि हिन्दू वोटों को आरएसएस अपने पाले में खींचने में सफल होगा। ऐसे में सिर्फ मुस्लिम मत ही उनकी जीत सुनिश्चित करा सकते हैं।
स्त्रोत : पत्रिका