२८ दिसंबर ! कश्मीरी हिन्दुओंका २६वां ‘होमलैंड डे’ देहली में संपन्न !
सम्मेलन में ‘सनातन संस्था’ एवं ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ का भी सहभाग
नई देहली : २७ नवंबर को कश्मीरी हिन्दुओंके ‘होमलैंड डे’ के उपलक्ष्य में आयोजित युवा सम्मेलन में हिन्दुओंपर हुए अत्याचारोंकी जांच करने हेतु न्यायिक पंचायत नियुक्त करने की मांग की गई।
२८ दिसंबर को आयोजित कश्मीरी हिन्दुओंके २६वें ‘होमलैंड डे’ के उपलक्ष्य में युथ फॉर पनून कश्मीर संगठनद्वारा ‘होमलैंड डे’ की पूर्वसंध्या पर यहां के सत्यसाई सभागृह में आंतरराष्ट्रीय कश्मीरी हिन्दू युवा सम्मेलन आयोजित किया गया था।
इस सम्मेलन में उपस्थित हिन्दुओंसे एक प्रस्तावद्वारा एकमत से यह मांग की गई है।
इस सम्मेलन का यह दूसरा वर्ष है।
युथ फॉर पनून कश्मीर (अपना कश्मीर) संगठन की युवा शाखा है। इस सम्मेलन के प्रमुख अतिथि देहली सिक्ख गुरुद्वारा व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष श्री. मनजीत सिंह थे।
सम्मेलन का आरंभ शारदा वंदन से हुआ। तदुपरांत उद्घाटन सत्र संपन्न हुआ। उद्घाटन सत्र के पश्चात कश्मीरी पंडितोंपर हुए अत्याचारोंकी जानकारी देनेवाला लघुचलचित्र दर्शाया गया एवं आर्थिकदृष्टि से होमलैंड कैसे सक्षम हो सकता है, इस पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
अनेक तज्ञ, अभ्यासी, लेखक एवं अन्य क्षेत्र के मान्यवरोंने कश्मीरी हिन्दुओंका इतिहास, वर्तमानकाल एवं भविष्यकाल पर प्रकाश डाल कर कहा कि, उनका पुनर्वसन करने हेतु होमलैंड ही प्रभावी मार्ग है !
सम्मेलन के प्रस्ताव !
१. कश्मीरी हिन्दुओंपर हुए अत्याचारोंका समावेश वंशसंहार वर्ग में किया जाए !
२. कश्मीरी हिन्दुओंका पुनर्वसन कश्मीर के एक केंद्रशासित प्रदेश में ही किया जाए !
३. कश्मीर का स्थायी रूप से भारत में समावेश है, जिसमें परिवर्तन नहीं होगा !
४. कश्मीरी हिन्दुओंके अत्याचारोंके लिए कारणभूत व्यक्तियोंपर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु न्यायिक पंचायत नियुक्त करें !
सम्मेलन में उपस्थित मान्यवर
पनून कश्मीर के अध्यक्ष डॉ. अजय च्रोंगु, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. कमल हक, बंगाल के हिन्दू संहति के अध्यक्ष श्री. तपन घोष, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस के अधिवक्ता श्री. हरिशंकर जैन, अधिवक्ता श्री. विष्णु जैन, सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री. मधु मुकुल त्रिपाठी, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे, समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे, कर्नाटक के श्रीराम सेना के अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक, तमिलनाडू के हिन्दू मक्कल कत्छी के अध्यक्ष श्री. अर्जुन संपथ, सनातन संस्था के श्री. चेतन राजहंस, सुदर्शन वृत्तवाहिनी के प्रमुख श्री. सुरेश चव्हाणके, मुंबई के श्री. पारस राजपूत उपस्थित थे।
‘होमलैंड डे’ क्या है ?
२८ दिसंबर १९९१ में कश्मीरी हिन्दुओंद्वारा कश्मीर घाटी में पृथक भूमि देने की मांग की गई थी।
इस भूमि को ही पनून कश्मीर नाम दिया गया था। भारतीय संविधान के अनुसार यह भूमि केंद्रशासनद्वारा नियंत्रण में लेकर वहां प्रशासन चलाने की मांग की गई थी। तब से कश्मीरी हिन्दुओंद्वारा २८ दिसंबर का दिन ‘होमलैंड डे’ के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात