जयपुर : राजस्थान सरकार की भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी उमराव सलोदिया ने प्रसारमाध्यमों के सामने राज्य सरकार पर जाति के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया । सलोदिया ने कहा कि प्रदेश में पहली बार ऐसा हो रहा था कि पिछडे जाती के मुझ जैसे अधिकारी को मुख्य सचिव बनने का अवसर मिल रहा था परंतु सरकार में बैठे लोगों को यह स्वीकार नहीं हुआ।
मौजूदा मुख्य सचिव सी.एस. राजन को ३१ मार्च, २०१६ तक ३ महीने का एक्सटेंशन दिया गया है। राजन को दिए गए एक्सटेंशन के कारण मुझे मुख्य सचिव बनने का अवसर नहीं मिला। यदि एक्सटेंशन नहीं दिया जाता तो वरिष्ठता के अनुसार से मुझे ही मुख्य सचिव बनाया जाता।
सलोदिया ने नोकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति अर्थात वीआरएस लेने साथ हिन्दू धर्म छोड़ कर मुसलमान बनने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वो इस धर्म से प्रभावित है। इस्लाम में जात-पात नहीं है। सालोदिया ने कहा कि आज से उन्हे उमराव खान नाम से जाना जाए।
हिंदूंआें भेदभाव के विरुद्ध लडने के लिए धर्म को त्यागना कभी उचित नहीं होगा । सलोदिया कहते है की मुसलमानों में जात-पात नहीं परंतु यह उनका अज्ञान ही है । हिंदू कितना भी उच्चशिक्षित हो परंतु धर्मशिक्षा ना मिले तो वो इस प्रकार की कृती करता है यह ध्यान में रखो ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
स्त्रोत : भास्कर