श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर में पिछले साल १११ आतंकी मारे गए। करीब २० नागरिक और ४१ सुरक्षाकर्मी भी मारे गए है । राज्य में २६ वर्षों से फैले आतंकवाद में मरने वाले नागरिकों और सुरक्षाबलों का यह आंकड़ा सबसे कम है। हालांकि सुरक्षाबल और सुरक्षा एजेंसियां इससे नाखुश हैं, क्योंकि आतंकियों की मौतों के बावजूद आतंकी बनने का आकर्षण अभी भी कायम है। यह इसी से स्पष्ट होता है कि, इस साल १०० से अधिक युवा आतंकवाद में शामिल हो गए है और कुछ खतरनाक आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट के साथ भी जुड गए है ।
आतंकियों के मंसूबे नाकाम बनाने के लिए कड़ी सुरक्षा की बदौलत इस वर्ष राज्य में ४० आईईडी तलाश कर विस्फोट करने की साजिशें नाकाम हुईं, वहीं ३५० हथियार भी बरामद हुए।
स्त्रोत : वेबदुनिया