पकडे गए भारतीय वायुसेना के अधिकारी का खुलासा !
नई दिल्ली : मिलिट्री इंटेलीजेंस, एयरफोर्स व क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए भारतीय वायु सेना के पूर्व एलएसी लीडिंग एयरक्राफ्ट के अधिकारी रंजीत केके से पूछताछ में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की पोल खुलती जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, रंजीत ने दावा किया है कि, जिस दामिनी मैकनॉट के नाम पर आईएसआई ने फर्जी फेसबुक खाता बनाकर उससे दोस्ती गांठी वह महिला मूलरूप से ब्रिटेन की है। वहीं क्राइम ब्रांच को संदेह है कि, महिला पाकिस्तान की है और आईएसआई की सदस्य है।
जांच में यह बात सामने आ रही है कि दामिनी मैकनॉट पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी प्रशिक्षण ले चुकी है। आईएसआई दामिनी के अलावा तीन अन्य महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मघाती हमलावर बनाना चाहती थी। चारों को आतंकी शिविरो में ले जाया गया था। उनका उपयोग भारतविरोधी गतविधीयों के लिए किया जाता।
बता दे की, रंजीत केरल का रहने वाला है। आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में मंगलवार को उसे पंजाब के बठिंडा से बन्दी बनाया गया था। क्राइम ब्रांच, आइबी व वायुसेना के अधिकारी उससे लगातार पूछताछ कर जासूसी के तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं।
दामिनी को ब्रिटिश अंग्रेजी बोलने का भी प्रशिक्षण
तीन वर्ष पहले जब रंजीत से दामिनी की मित्रता हुई थी, तब उसने स्वयंको यूके ग्रुप की एक मीडिया कंपनी में कार्यकारी अधिकारी बताया था। आइएसआइ ने कार्यशाला में दामिनी को ब्रिटिश अंग्रेजी बोलने का भी प्रशिक्षण दिया था। दामिनी को असली पहचान छिपाते हुए सोशल मीडिया के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया था । ऐसा इसलिए किया गया था ताकि वह भारतीय सेना के अफसरों को जाल में फंसा सके।
मामला सिर्फ जासूसी का नहीं, आतंकवाद से भी जुड़ा
दामिनी समेत चारों महिलाओं से कहा गया था कि, शुरू में भारतीय सेना से मित्रता करने के बाद उनकी हिम्मत की तारीफ करें बाद में निजी बातें करके अधिकारीयों को जाल में उलझाएं। पुलिस को संदेह है कि, दामिनी सेटेलाइट फोन का उपयोग करती है। आइपी पते की जांच का कांटा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आसपास घूम रहा है। जांच एजेंसियां मान रही है कि यह मामला सिर्फ जासूसी का न होकर आतंकवाद जे जुड़ा है।
स्त्रोत : नयी दुनिया