क्या संघ अब अत्याचार पीडित हिन्दुआें के लिए भी कोई संगठन स्थापित करेगा ?
एक हिंदी समाचार पत्र के जालस्थल पर प्रकाशित समाचार के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा एक दशक पहले बनाए गए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के समान ईसाई समुदाय के लिए भी एक संगठन बन सकता है। सूत्रों ने बताया कि इस संगठन का नाम निश्चित नहीं हुआ है, परंतु इस समुदाय के साथ सौहार्द बनाने के लिए इसका नाम राष्ट्रीय ईसाई संघ रखा जा सकता है। बताया जा रहा हैं की कुछ मास पूर्व चर्चोंपर हुए आक्रमण के उपरांत मोदी सरकार की हुई निंदा को देखते हुए यह प्रयास किया जा रहा है ।
संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा, सत्रह दिसंबर को दस से बारा राज्यों के चार-पाच आर्चबिशप और ४०-५० रेवरेंड बिशप से भेंट हुई और उसमें एक आंदोलन शुरू करने का निर्णय हुआ्। यह एक संगठन की नींव रखने के लिए वातावरण निर्माण करने का प्रयास है। इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद के चिन्मयानंद स्वामी भी उपस्थित थे। बैठक में आर्चबिशप कुरियाकसे भरणिकुलांगरा, गुड़गांव डायसिस के बिशप जैकब बर्नबास और देहली डायसिस के बिशप आइजैक सम्मिलित थे। इनके अतिरिक्त चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के महासचिव ए. मसीह भी सम्मिलित थे।
नागरिको, पिछले कई दशकों से देश-विदेश में हिंदूंआें पर आक्रमण हो रहे हैं परंतु हिंदूंआें की रक्षा करने और उनकी साहायता करने के लिए हिंदू धर्मगुरुआें से चर्चा कर कोई संगठन नहीं बनाया गया । क्या संघ हिंदूंआें के लिए भी कुछ कार्य करेगा ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका