सूचनासत्र का स्वरूप कैसे होना चाहिए ?
अपने स्वभावदोष दूर करने के लिए एक बार में ३ स्वसूचना देनी होती हैं । इस प्रक्रिया को ‘सूचनासत्र’ कहते हैं । स्वसूचना एकाग्रता से एवं परिणामकारक ढंग से दे पाना, यह एक प्रकार से अभ्यास ही है । सूचनासत्र का स्वरूप इस लेख में स्पष्ट किया है । Read more »