खुदीराम बोस
भारत के सबसे युवा क्रांतिकारी के रूप में परिचित खुदीराम बोस अपनी आयु के केवल १९ वें वर्ष में ही वीरगति को प्राप्त हुए । उनका जन्म बंगाल में स्थित जिले के बहुवेनी गांव में हुआ था । Read more »
भारत के सबसे युवा क्रांतिकारी के रूप में परिचित खुदीराम बोस अपनी आयु के केवल १९ वें वर्ष में ही वीरगति को प्राप्त हुए । उनका जन्म बंगाल में स्थित जिले के बहुवेनी गांव में हुआ था । Read more »
राजकीय कैदियों की यातनाएं बंद होने के लिए ६१ दिनों के उपोषण का अग्निदिव्य कर के स्वयं को राष्ट्र के लिए समर्पित करनेवाले क्रांतीकारी जतींद्रनाथ दास ! Read more »
लाला लजपतराय को पंजाब का केसरी (शेर) कहा जाता था । वे सचमुच पंजाब के ही नहीं, संपूर्ण भारत के केसरी थे । वे जब बोलते थे, तो केसरी की ही भांति उनका स्वर गूंजता था । Read more »
‘कप्तान लक्ष्मी का जन्म २४.१०.१९१४ को मद्रास में (चेन्नई में) हुआ था । इ.स. १९३८ में २४ वर्ष की आयु में उन्होंने एम.बी.बी.एस. की परिक्षा में उत्तीर्ण की । Read more »
पंजाब का शार्दूल समझे जानेवाले सरदार उधमसिंह का आज बलिदान दिन ! इस उपलक्ष्य में ‘‘आईए, उनको श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए, हम ईश्वर से प्रार्थना करें कि अपने राष्ट्र के अपमान का प्रतिशोध लेने की ज्वाला हमारे मनों में भी धधक उठे !’ Read more »
लोकमान्य तिलकजी का जन्म रत्नागिरी में हुआ। लोकमान्य तिलकजी का जीवनविषयक तत्त्वज्ञान उनके राजकीय तत्त्वज्ञान जैसा ही था । निःशस्त्र आंदोलन के साथ ही सशस्त्र क्रांति भी उन्हें अभिप्रेत थी । Read more »
सागरके सम्राट कान्होजी आंग्रेको नौसेनाधिपति (सरखेल) आंग्रे भी कहा जाता है । १८ वीं शताब्दीमें वे मराठा साम्राज्यकी नौसेनाके सेनापति थे । उन्होंने हिंद महासागरमें अंग्रेज, पुर्तगाली और डच नौसैनिक गतिविधियोंके विरुद्ध भीषण युद्ध किया
। Read more »
इस घटना के पश्चात् बटुकेश्वर दत्त और भगत सिंह को बंदी बनाया गया । १२ जून, १९२९ को इन दोनों को आजीवन कारावास का दंड सुनाया गया । Read more »
मदनलाल ढींगरा (१८८३ – १७ अगस्त, १९०९) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रान्तिकारी सेनानी थे । वे इंग्लैण्ड में अध्ययन कर रहे थे । जहां उन्होने कर्जन वायली नामक एक ब्रिटिश अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी । Read more »
गोवा मुक्ति आंदोलन के स्वातंत्र्यसेनानी डॉ. त्रिस्तांव दि ब्रगांझ कुन्हा का २६ सितंबर को स्मृतिदिन है । सासष्ठी तालुका में स्थित चांदर गांव में जन्में डॉ. कुन्हाने मुंबई से कला शाखा की (बी.ए) उपाधि प्राप्त करनेपर पॅरीस को जाकर अभियंता उपाधि प्राप्त की । Read more »