राष्ट्रगीत
जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्यविधाता
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंगा Read more »
जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्यविधाता
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंगा Read more »
सदा शक्ती बरसाने वाला
प्रेम सुधा सरसाने वाला
वीरों को हर्षाने वाला
मातृ भूमी का तन मन सारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा … Read more »
संत जनाबाईने अपने अभंगोंमें अपना नाम ‘दासी जनी’, ‘नामदेवकी दासी’ तथा ‘जनी नामयाची’ ऐसा लिखा है । वह संत नामदेवजीके घर दासीके रूपमें कैसे आई ? Read more »
राष्ट्रध्वज को ऊंचे स्थानपर फहराएं ।
ध्यान रखें कि, राष्ट्रध्वज नीचे अथवा कूडे में न गिरे । Read more »
एक बार सम्राट औरंगजेबने एक बहुत बडे बाघ को पकडा । अगले दिन उसने घमंड से राजसभा में पूछा, ‘‘ऐसा बाघ आपमें से किसीने कभी देखा है क्या ?’’ मुगलों की दास्यता विवशता से स्वीकारनेवाले जोधपुर के राणा Read more »
हिंदुओं को संगठित कर, उनकी प्रतिकार शक्ति बढ़ाने व राजकीय मतों का प्रसार करने हेतु लोकमान्य तिलकने राष्ट्रकार्य के लिए लोकजागृति के साधन उपलब्ध करवाए । Read more »
एक बार संत ज्ञानेश्वर और संत नामदेव दोनों एक साथ तीर्थयात्रापर निकले । वाराणसी, गया, प्रयाग घूमते-फिरते वे औंढ्या नागनाथ पहुंचे । Read more »
ग्रहोंका वैज्ञनिक दृष्टिसे अध्ययन करनेवाले ५वें शतकके सुप्रसिद्ध भारतीय खगोलशास्त्री वराहमिहिरजीने खगोलशास्त्र, फलज्योतिषविज्ञान आदि विषयोंका गहन अध्ययन किया था । Read more »
संभाजीराजाने जो अलौकिक कार्य अपनी अल्प आयु में किए, उसका प्रभाव संपूर्ण हिंदुस्तानपर पडा । इसलिए प्रत्येक हिंदु को उनका कृतज्ञ होना चाहिए । Read more »
जिनके आदर्शपर चलें ऐसे कई पराक्रमी, वीर हिंदुस्तान के १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम में विख्यात हुए । उन सबमें असाधारण पराक्रम दिखानेवाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई…. Read more »