बाजीप्रभू देशपांडे
बाजीप्रभु देशपांडे स्वयं पराक्रमी योद्धा थे; साथ ही वे त्यागी, स्वामीनिष्ठ, तत्त्वनिष्ठ एवं किसी भी प्रलोभन के वश में आनेवाले नहीं थे । पचास वर्ष की आयु में बिना थके हुए, दिनके २०-२२ घंटा काम करनेवाले बाजी का संपूर्ण मावल प्रांत में प्रभाव था । Read more »