शिवप्रताप दिन के अवसर पर : अफजलखान का वध

आदिलशाह के सभा में उनका एक अत्यंत क्रूर सरदार था, जिसका नाम अफजलखान था । आदिलशाह ने मराठों पर कब्जा करने के लिए अफझल खान को भेजा । अफजलखान का वध कर छत्रपति शिवाजी महाराजजी ने असिम शौर्य से एक इतिहास रचा और आतंकवाद को ऐसेही समाप्त करना चाहिए यह सीख विश्‍व को दी । यह दिन ‘शिवप्रताप दिन’ के नाम से प्रसिद्ध है । Read more »

छत्रपती शिवाजी महाराज जैसा आदर्श राजा बनाना ही खरा शिवराज्याभिषेक दिन !

विद्यार्थी मित्रो, ज्येष्ठ शु. त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११५ को शिवराज्याभिषेक दिन है । आज के शासकों की मानसिकता देखकर हमें ज्ञात होगा कि आज छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे राजा की आवश्यकता क्यों है । शिवाजी महाराज जैसे राजा के कारण ही राष्ट्र की, धर्म की एवं हमारी भी रक्षा होगी । Read more »

शिवाजी महाराज : हिंदवी स्वराज्य के संस्थापक एवं एक आदर्श राज्यकर्ता !

हिंदवी साम्राज्य के संस्थापक तथा एक आदर्श शासनकर्ता के रूप में पहचाने जानेवाले छत्रपति शिवाजीराजे भोसले, एक सर्वसमावेशक, सहिष्णु राजा के रूप में महाराष्ट्र एवं अन्यत्र भी वंदनीय हैं । Read more »

शिवराज्याभिषेक

सिंहासनारूढ होने हेतु, बत्तीस मन का सुवर्णका सिंहासन तैयार करवाया । अमूल्य नवरत्न जितने कोष में थे, उनमें से खोजकर बहुमूल्य रत्न सिंहासन में जडवाए गए । रायरी का नाम ‘रायगड’ रखा गया । Read more »