सत्यकाम जाबाल
प्राचीनकाल में उत्तरी हिन्दुस्थान में जाबाला नाम की एक निर्धन दासी रहती थी । उसका सत्यकाम नाम का एक पुत्र था । जाबाला दिनभर कडा परिश्रम कर अपना तथा अपने प्रिय पुत्र का पेट भरती थी । Read more »
प्राचीनकाल में उत्तरी हिन्दुस्थान में जाबाला नाम की एक निर्धन दासी रहती थी । उसका सत्यकाम नाम का एक पुत्र था । जाबाला दिनभर कडा परिश्रम कर अपना तथा अपने प्रिय पुत्र का पेट भरती थी । Read more »
कहते हैं कि आचार्य चाणक्य के पास एक चीनी यात्री आया था । वह जिस समय मिलने आया था, उस समय चाणक्य ( विष्णुगुप्त, कौटिल्य) कुछ लिख रहे थे । Read more »
एक साधु द्वार-द्वार घूमकर भिक्षा मांग रहा था । वृद्ध तथा दुर्बल उस साधु को ठीक से नहीं दिखाई देता था । वह एक मन्दिर के सामने खडा होकर भिक्षा मांगने लगा । Read more »
राजा परीक्षितने किया हुआ अपराध क्षमाशील एवं नम्र स्वभाव के शमीक ऋषि ने माफ कर दिया । यह कथा विस्तारित रुप मे देखेंगे । Read more »
भगवान श्रीरामचंद्रजी के माता-पिता दशरथ-कौसल्या इनका विवाह किस प्रकार सफल हुआ यह इस कथा मे पढेंगे । Read more »
हम जैसे विचार करेंगे वैसा ही उसका प्रतिविचार कैंसे प्रकट हाेता है , यह प्रस्तुत कथा से हम देखेंगे । Read more »
कंबन तमिलनाडू का महाकवी था । ओटूक्कूत्तन नाम का उसका एक मित्र था । कंबन तमिल में रामायण की रचना कर रहा है, यह जाननेपर कूत्तन को भी प्रेरणा हुई तथा उसने भी तमिल में रामायण की रचना करना आरंभ किया । Read more »
एक व्यक्ति गोकुल जाने के लिए निकला । उसे नावमें बैठकर यमुना नदी पार करनी थी; परंतु वह भांग के नशे में था । Read more »
बहुत पहले एक राजाकी पुत्री के पांव में कांटा चुभा । साधारणतः राजाएं कुछ प्रमाण में सनकी होते हैं । Read more »