रामसेतु बनाने की सेवा में गिलहरी का योगदान
समुद्र तट के पास ही रेत का ढेर था, गिलहरी उस रेत के ढेरपर जाती और वहां से अपने छोटे-छोटे हाथों और पूंछ में छोटे पत्थर एवं रेत लेकर सागर में डालती जा रही थी । जितनी उसकी क्षमता थी उसका वह पूरा उपयोग कर श्रीराम कार्य में लग गई । Read more »