लंकादहन !
हनुमानजी माता सीता से लंका में अशोकवाटीका में छोटा रूप धारण कर मिले तथा सीता माता की आज्ञा से अपनी भूख मिटाने के लिए वाटिका से फल तोडकर खाने लगे । तब वहां पर पहरा दे रहे राक्षसोंने हनुमानजी को देखा और उन्हें साधारण वानर समझकर उन्हें मारने के लिए दौड पडे; परंतु हनुमानजी ने अपनी शक्ति का प्रयोग कर राक्षसों पर आक्रमण किया । Read more »