अर्पण का महत्त्व !
यह उस समय की बात है जब श्री टेंबेस्वामीजी नृसिंहवाडी में थे । गांव में रामदास नाम का एक दर्जी रहता था । रामदास बहुत अच्छा कारीगर था, परंतु कोई भी उसके यहां कपडे सिलवाने के लिए नहीं आता था । कई बार ऐसे भी होता था कि कोई ग्राहक उसके दुकान की सीढी तक आता था और वहीं से वापस लौट जाता था । Read more »