प्राकृतिक आपदाओं के कारण

‘क्रिया के विरुद्ध प्रतिक्रिया’, यह प्राकृतिक अटल नियम है । आज प्रकृति प्रतिशोध ले रही है । मानव, प्रकृति का अविभाज्य अंग है । अतः, उसके लिए प्रकृतिपर आक्रमण कर पाना असंभव है । Read more »

प्लास्टिक का प्रयोग, विनाश को निमन्त्रण

वैज्ञानिकोंने जंगमुक्त, हलकी तथा टिकाऊ वस्तु, ‘प्लास्टिक’ का निर्माण तो कर दिया; किन्तु सबसे बडी समस्या यह है कि इसके कूडे का विघटन नहीं होता । इससे प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है । Read more »

होली की पौराणिक कथा

होली त्यौहार मनाने के पिछे हिरण्यकश्यप और उसकी बहन होलिका की कथा अत्यधिक प्रचलित है। यह कथा विस्तार से देखेंगे । Read more »

जलप्रदूषण अर्थात नदियोंपर अत्याचार !

मानवने पर्यावरण मे हस्तक्षेप कर के पृथ्वी का संतुलन बिघाड दिया है । इसी का एक हिस्सा है जलप्रदूषण । मानव से होनेवाले नदियोंपर अत्याचार प्रस्तुत लेख से हम देखेंगे । Read more »

पर्यावरण

अपने आसपास का वातावरण अर्थात् पर्यावरण ! पर्यावरण में प्रकृतिद्वारा संतुलित की जाती है । पर्यावरण मनुष्य का हस्तक्षेप बढने से, उसी प्रकार उसकी स्वार्थी एवं नियोजनशून्य वृत्ति के कारण संतुलन बिगड जाता है । Read more »