संस्कृत का उद्भव
सृष्टि की संरचना से पूर्व ही ईश्वरने मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति के लिए उपयोगी तथा चैतन्य से ओतप्रोत ऐसी एक भाषा तैयार की… जिसका नाम है ‘संस्कृत’ ! Read more »
सृष्टि की संरचना से पूर्व ही ईश्वरने मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति के लिए उपयोगी तथा चैतन्य से ओतप्रोत ऐसी एक भाषा तैयार की… जिसका नाम है ‘संस्कृत’ ! Read more »
भारत की सर्वाधिक प्राचीन और पवित्र नदियों में गंगा के समकक्ष ही यमुना की गणना की जाती है । भगवान कृष्ण की लीलाओं की साक्षी रही यह नदी ब्रज संस्कृति की संवाहक है । Read more »
शिवगढ़ मार्ग पर सैलाना से ४ किलोमीटर दूर सुरम्य पहाड़ियों के बीच स्थित धार्मिक पर्यटन स्थल केदारेश्वर धाम में श्रावण मास में दर्शनार्थिर्यों का तांताँता लगता रहा है । Read more »
भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है चार धाम । नर एवं नारायण पहाड़ों के मध्य में चार तीर्थस्थान हैं, जिसका नाम है बद्रीनाथ । Read more »
भगवान शिव का धाम अमरनाथ प्राकृतिक सुंदरता में किसी से भी अल्पतर नहीं है। चारों ओर फैली बर्फ की सुंदर वादियां और बादलों से अठखेलियां करता आसमान । Read more »
हम भारतीयों के मन में भी अति प्राचीन भारत देश की सांस्कृतिक परंपरा के लिए नितांत आदर है । हमारी संस्कृति का जतन करने हेतु संस्कृत सीखना बहुत आवश्यक है । Read more »
यमुना नदी के पश्चिमी तटपर बसे विश्व के प्राचीन शहरों में मथुरा एक शहर है । यह शहर भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का केंद्र रहा है । भारत के सात प्राचीन नगर अयोध्या, मथुरा, हरिद्वार, काशी, कांची, अवंतिका और द्वारका में से एक है मथुरा । Read more »
संसार के सभी उदात्त विचारों का उगम संस्कृत भाषा में ही है । संस्कृत यह अत्यंत परिपूर्ण, शास्त्रशुद्ध तथा हजारों वर्ष बितनेपर भी जैसी की वैसी जिवित रहनेवाली एकमेव भाषा है ! – पाश्चात्त्य विद्वान तथा विद्यापिठों के अभ्यासक. Read more »
विश्व के सभी देशों को गाडियों से होनेवाले प्रदूषण का प्रश्न सता रहा है । उसका सजीव एवं निर्जीव दोनोंपर परिणाम हो रहा है । Read more »
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में दूसरे को शांति से जीने के अधिकार की निश्चिंतता अंतर्भूत है । आपके विचार सुनने के लिए ध्वनिक्षेपक की अनिवार्यता आप नहीं कर सकते । Read more »