मधुराष्टकम् ।
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।। १ ।। Read more »
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।। १ ।। Read more »
आदौ देवकिदेविगर्भजननं गोपीगृहे वर्धनं
मायापूतनिजीवितापहरणं गोवर्धनोद्धारणम् । Read more »
आदौ पाण्डवधार्तराष्ट्रजननं लाक्षागृहे दाहनं
द्यूते श्रीहरणं वने विहरणं मत्स्यालये वर्धनम् । Read more »
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निस दिन ध्यावत
मैयाजी को निस दिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवजी || Read more »
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निस दिन सेवत, मैयाजीको निस दिन सेवत
हर विष्णु विधाता .
ॐ जय लक्ष्मी माता || Read more »
हनुमान चालीसा तुलसीदास की एक काव्यात्मक कृति है, जिसमें प्रभु राम के महान् भक्त हनुमान के गुणों एवं कार्यों का चालीस चौपाइयों में वर्णन है। Read more »